संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। सेशन शुरू होने से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें सेशन को अच्छी तरह से चलाने के लिए सभी दलों के साथ चर्चा की जाएगी ताकि सेशन बिना किसी बाधा के चल पाए। मानसून सत्र में पेश करने के लिए सरकार ने 21 बिल की लिस्ट जारी की थी। आज दोपहर 3 बजे पुरानी संसद की लाइब्रेरी में आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सरकार के मंत्री शामिल होंगे।
विपक्ष कर सकता है बायकॉट
विपक्ष कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार से नाराज है। एक तरफ कांग्रेस राहुल गांधी की सांसदी छिनने और अडाणी मामले में चर्चा नहीं होने से केंद्र के खिलाफ है तो वहीं आम आदमी पार्टी दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर लाए अध्यादेश की वजह से केंद्र सरकार के विरोध में है। इसी के चलते विपक्षी पार्टियां इस बैठक का बायकॉट भी कर सकती हैं।
21 बिल होंगे पेश
केंद्र सरकार ने मानसून सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों की लिस्ट जारी की थी जिसमें 21 बिल का उल्लेख किया गया था। लोकसभा सचिवालय के उस बुलेटिन के मुताबिक UCC समेत 21 नए बिल्स (विधेयकों) को पेश और पारित किया जा सकता है। लेकिन लिस्ट में यूसीसी का नाम नहीं होने के कारण इसे पारित करने पर संशय बना हुआ है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सर्वदलीय बैठक के लिए पहले 18 जुलाई तय की थी, लेकिन NDA और INDIA की बैठकों के चलते इसे टालना पड़ा था।
मानसून सत्र का शेड्यूल
संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होगा जो कि 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान दोनों सदनों की कुल 17 बैठकें प्रस्तावित है। सत्र में कई जरूरी विधेयक पेश किए जाएंगे। मानसून सत्र में हंगामा होने के भी आसार है। विपक्ष मणिपुर हिंसा, रेल सुरक्षा, महंगाई और अडाणी मामले पर JPC गठित करने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।