Alvida Jumma Status : अलविदा की घड़ी आ गई देखो माहे रमजान जा रहा। माहे रमजान का आखिरी जुम्मा 5 अप्रैल को है। इस बार रमजान में चार जुमे आए हैं। आखिरी जुमे को अलविदा जुमा या जुमातुल विदा (जुमुअतुल वदाअ ) कहते हैं। भारत में Alvida Jumma मुस्लिम समुदाय के लिए खास फजीलत रखता है। इस जुमे की नमाज का सवाब कई गुना बढ़ जाता है। हम आपको अलविदा जुमा मुबारक शायरी हिंदी में बता रहे हैं। जिन्हें आप यारों रिश्तेदारों को शेयर करके माहे रमजान के अलविदा जुमे की मुबारकबाद दे सकते हैं। ईद का चांद 10 अप्रैल 2024 को नजर आ सकता है। अलविदा जुमा के मौके पर पेश है हमारे शायर साहब की लिखी कुछ Alvida Jumma Status शायरी –
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अलविदा जुमा मुबारक शायरी
(Alvida Jumma Status)
1. “अलविदा न कहो माहे रमजान को”
अलविदा न कहो माहे रमजान को,
यूं ज़ुदा न करो जिस्म से जान को।
कोई तो रोक लो थाम लो वक्त ये,
रोकते है यूं जैसे कि मेहमान को।।
“अलविदा जुमा मुबारक हो”
2. “दिल में दर्द लबों पे दुआ भी है”
अलविदा भी है और जुमा भी है,
दिल में दर्द लबों पर दुआ भी है।
बख़्श दे या रब तमाम गुनाह मेरे,
रोज़ा है और आखिरी जुमा भी है।।
“अलविदा जुमा मुबारक हो”
3. “रमजान के बाद होगी बेकरारी”
जुमातुल विदा की कर लो अब तैयारी,
रमजान के बाद मोमिनों होगी बेकरारी।
अब भी वक्त है संभल जाओ जरा तुम,
आसमान से रहमत है अब तलक जारी।।
“अलविदा जुमा मुबारक हो”
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4. “माहे रमजान की ग़मज़दा घड़ी आ गई”
माह-ए-रमजान की ग़मज़दा वो घड़ी आ गई,
अलविदा जुम्मे की फजीलत ये बड़ी आ गई।
आज के दिन मौला की रहमत में नहा लो,
आसमान से अल्लाह की खुशखबरी आ गई।।
“अलविदा जुमा मुबारक हो”
5. “अलविदा के जैसा कोई जुम्मा नहीं”
जुमे तो बहुत आएंगे जिंदगी में लेकिन,
अलविदा के जैसा किसी का रुतबा नहीं।
सवाब मिलता है सत्तर गुना आज के दिन,
बेशक अलविदा के जैसा कोई जुम्मा नहीं।।
“अलविदा जुमा मुबारक हो”