लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरु हो चुकी है। करीब 3 महीने बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह फिर से बिहार जा रहे हैं। शाह लखीसराय के गांधी मैदान में बीजेपी के 9 साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे साथ ही मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। शाह जिस मुंगेर से विपक्षियों पर हमला करने जा रहे हैं वो जनता दल यूनाईटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का संसदीय क्षेत्र है। यहां से अमित शाह विपक्षी गालों पर करारा प्रहार भी करेंगे। इस दौरान अमित शाह पटना में विपक्षी दलों की एकता बैठक में केंद्र सरकार और भाजपा पर लगाए गए आरोपों का महागठबंधन के नेताओं को जवाब भी देंगे।
एक नहीं कई सारे है लक्ष्य
खबरों के मुताबिक अमित शाह का बिहार में आना केवल एक ही मकसद नहीं है। उनके कई कार्यक्रमों को देखते हुए माना जा रहा है कि वह कई लक्ष्य लेकर वहां जा रहे हैं। मुंगेर में जदयू अध्यक्ष का गढ़ निशाने पर है। वह तीर वाले नेता के किले में चुनौती देंगे, हेलिकॉप्टर वाले नेता की जमीन देखेंगे और कमल के फायर ब्रांड नेता की ताकत भी आंकेंगे।
इस बार टोबैको फ्री होगी अमरनाथ यात्रा, रिस्क जोन में हेलमेट अनिवार्य
लखीसराय विधानसभा सीट भाजपा के पास है और लोकसभा के नजरिए से मुंगेर के मुकाबले लखीसराय में ही भाजपा को ज्यादा परेशानी है। भाजपा यहां भूमिहार चेहरा विजय सिन्हा पर दांव लगा सकती है। भले ही यहां विजय कुमार सिन्हा जीते हों, लेकिन ललन मजबूत माने जाते हैं। इसलिए उनकी ही लोकसभा सीट के सबसे मजबूत इलाके में घेरने के लिए भाजपा ने यहां अमित शाह का कार्यक्रम बनाया।
बेगूसराय सीट भाजपा के पास है और भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह यहां के सांसद हैं। बेगूसराय जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा ने बताया कि “500 गाड़ियां लखीसराय के लिए कूच कर चुकी हैं। सांसद गिरिराज सिंह ने लखीसराय में केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं से कई दौर की बातचीत भी की थी।"