- साल के अंत जारी रहेगा आदेश
- प्याज को लेकर गलत पेश हो रही तस्वीर
- सस्ती कीमत पर प्याज बेचेगी सरकार
टमाटर के बाद अब प्याज को लेकर घरों में परेशानी होने लगी है। खासकर महिलाओं को। टमाटर के बिना तो फिर भी महिलाओं ने मैनेज कर लिया लेकिन प्याज के बिना तो कोई भी रेसीपी नहीं बन सकती। दरअसल प्याज पर 40 फीसदी एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने पर महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के किसान विरोध में उतर गए हैं। ऐसे में प्याज के भाव भी बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। एशिया का सबसे बड़ा प्याज मार्केट जो महाराष्ट्र के लसलगांव में है वो 2 दिन से बंद है।
चंद्रयान-3 को लेकर बड़ा अपडेट, तुरंत करने पड़े ये बदलाव
साल के अंत जारी रहेगा आदेश
केंद्र सरकार का प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क बढ़ाने वाला फैसला 31 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा। सरकार के इसी फैसले पर किसान नाराज है और किसान सड़क पर उतरकर विरोध जता रहे हैं। 2 दिन से किसान महाराष्ट्र में हड़ताल पर हैं। महाराष्ट्र के नासिक, अहमदनगर और मुंबई में किसानों ने प्रदर्शन किया। इसके साथ ही कल से इसका असर मध्यप्रदेश में देखने को मिल रहा है। एमपी के रतलाम में किसान संगठनों ने मंडियों में नीलामी बंद करवा दी है।
TOP TEN – 23 अगस्त 2023 Morning News की ताजा खबरें
प्याज को लेकर गलत पेश हो रही तस्वीर
किसानों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कुछ लोग प्याज पर लगाई गई एक्सपोर्ट ड्यूटी को लेकर गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने यह फैसला किसानों के हित के लिए लिया है। उन्होनें कहा कि सरकार ने प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका के बीच 19 अगस्त को 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया था। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत मंत्री दादा भूसे का जबरदस्त बयान सामने आया। उन्होनें कहा कि जो लोग प्याज नहीं खरीद सकते, अगर वो 2-4 महीने ना भी खाएं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
यह भी पढ़े: 'गंगा मैया की जय' पर पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के बिगड़े बोल! कांग्रेस पार्टी को ऐसे लताड़ा
सस्ती कीमत पर प्याज बेचेगी सरकार
टमाटर के बाद सरकार प्याज बेचने के लिए भी तैयार है। जनता को कम दामों पर प्याज उपलब्ध कराने के लिए सहकारी समिति एनसीसीएफ को 25 रुपये प्रति किलोग्राम पर प्याज की खुदरा बिक्री करने को कहा गया है। सरकार ने प्याज का स्टॉक बढ़ा दिया है ताकि लोगों को जरूरत पर सस्ती कीमत पर प्याज उपलब्ध कराया जा सके और टमाटर की तरह ऊंचे दामों का सामना न करना पड़े।