अतीक-अशरफ मर्डर केस में कई सारी बातों का खुलासा अभी तक भी नहीं हो पाया है। शूटआउट से पर्दा उठाने के लिए SIT गठित की गई थी। अतीक-अशरफ मर्डर केस की जांच के लिए गठित एसआईटी का कहना है कि इस हत्याकांड से जुड़े आरोपी शूटर्स ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए है। इसलिए तीनों शूटर्स का नार्को-लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा। हत्याकांड से जुड़े सवाल पूछने के बाद ज्यूडिशियल कमीशन तीनों शूटर्स के बयान दर्ज करेगी। इस टेस्ट के बाद ही हत्या की साजिश का पता चल पाएगा। इसके लिए SIT पहले तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर कोर्ट से नार्को-लाई डिटेक्टर टेस्ट की परमिशन लेगी।
घटना के समय मौजूद मीडियाकर्मियों से होगी पूछताछ
न्यायिक आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित टीम के अन्य सदस्य इसकी अब गहराई से जांच कर रही है। अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी मीडियाकर्मियों से भी जानकारी लेने के लिए पूछताछ करेगी। गोलीबारी के समय मौजूद मीडियाकर्मियों से पूछा जाएगा कि जब शूटर्स ने अतीक-अहमद को गोली मारी तब उनकी क्या स्थिति थी। मीडियाकर्मी बनकर आए शूटर्स के बारे में क्या जानकारी नहीं मिली थी। मीडियाकर्मियों ने उन दोनों भाइयों से कितने सवाल किए थे और उन्हें किन-किन बातों का जवाब मिला था। इस तरह के कई सारे सवाल मीडिया से पूछे जाएंगे। एसआईटी मीडियाकर्मियों के बयान दर्ज करेगी।
15 अप्रैल की रात को हुई थी दोनों भाइयों की हत्या
15 अप्रैल की रात को कॉल्विन हॉस्पिटल में पुलिस अभिरक्षा में अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मोर्यो को मौके पर ही गिरफ्तार कर सीजेएम कोर्ट में पेश किया था। जहां से उन्हें नैनी सेंट्रल जेल में भेज दिया गया था। उसके बाद उन्हें प्रशासनिक आधार पर प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया।