जयपुर। लोकसभा चुनाव 2024 में BJP ने Madhvi Lata लता पर दांव खेला है जो अब AIMIM के ओवैसी से सीधी टक्कर लेने वाली है। भाजपा ने माधवी लता को AIMIM के सबसे मजबूत किले हैदराबाद से टिकट देकर मैदान में उतारा है। माधवी लता 3 तलाक की आलोचक और हिंदुत्व की समर्थक रही हैं जो असदुद्दीन ओवैसी को उनके गढ़ में ही घेरने वाली हैं। गौरतलब है कि 4 दशक से AIMIM हैदराबाद का अभेद्य किला बना हुआ है। हैदराबाद लोकसभा सीट पर 1884 से ही ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाउद्दीन ओवैसी 1984 में पहली बार इस सीट से चुनाव लड़कर सांसद बने थे। इसके बाद 2004 तक वो सांसद रहे और इसके बाद अब यह सीट असदुद्दीन ओवैसी ने संभाली हुई है।
Madhvi Lata की हैदराबाद में ये है स्थिति
हालांकि, हैदराबाद और ग्रेटर हैदराबाद इलाके क्षेत्र को लेकर कांग्रेस ने अभी कोई घोषणा नहीं की है। इस वजह से अभी असदुद्दीन औवेसी के सामने अभी सिर्फ माधवी लता ही मैदान में हैं। ऐसे में आईए जानते हैं कि हैदराबाद में AIMIM के से टक्कर में भाजपा कहां पर खड़ी है। आने हैदराबाद लोकसभा सीट क्षेत्र में कुल 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें गोशामहल की सीट के अलावा सभी सीटों पर AIMIM का कब्जा जमा हुआ है। सिर्फ गोशामहल सीट पर बीजेपी के नेता टी राजा सिंह तीसरी बार जीते हैं।
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बीजेपी ने Madhvi Lata को लेकर खेला महिला कार्ड
हैदराबाद लोकसभा सीट पर 2004 के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर रही थी। उस समय AIMIM को 37.39 प्रतिशत वोट मिले थे और बीजेपी उम्मीदवार जी सुभाष चंदरजी को 28.25 फीसदी हासिल हुए थे। इस इलेक्शन में असदुद्दीन ओवैसी 1 लाख वोटों से जीते थे। 1999 के चुनाव में भी AIMIM और बीजेपी के बीच काफी कांटे की टक्कर रही। उस समय AIMIM 60 हजार वोटों से जीती थी। अब भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में पहली बार AIMIM के इस मजबूत गढ़ में Madhvi Lata को टिकट देकर महिला कार्ड खेला है।
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नगर निगम में ये है पार्टियों की ताकत
आपको बता दें कि हैदराबाद नगर निगम देश की बड़े म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में शुमार जिसमें 145 सीटें हैं। पिछले चुनावों में टीआरएस (अब बीआरएस) को निगम में 45 सीटें मिली थीं। AIMIM को 44 सीटें और भाजपा को 47 सीटें मिली थीं। यहीं से भाजपा हैदराबाद नगर निगम में मुख्य विपक्ष बनी थी। कांग्रेस 10 सीटें जीत पायी थी। ऐसे में देखा जाए तो लोकसभा चुनावों में AIMIM की सीधी टक्कर भाजपा से होती आई है। अब देखना ये है माधवी लता क्या कर सकती हैं।