ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण। भारत अपनी सामरिक सीमा सुरक्षा के लिए विभिन्न उपाय करता है। इस समय भारतीय नौसेना के नए युद्धपोत आईएनएस मरर्मुगोवा चर्चा का विषय बना हुआ है। यह स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्टायर है।
इसे 24 नवंबर 2022 में भारतीय नौसेना में सम्मिलित किया गया था। 7400 टन वजनी इस जंगी जहाज की लंबाई 335 फीट है। इस जंगी जहाज पर 300 सैनिक रह सकते हैं। जिनमें 50 ऑफिसर और 250 सेलर्स शामिल है।
चर्चा में क्यों है?
आईएनएस मार्मागोवा(INS marmugao) से ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया गया है। जहाज में डीआरडीओ द्वारा बनाया गया इलेक्ट्रॉनिक वार फेयर शक्ति ई डब्ल्यू सुइट और कवच चैंफ सिस्टम लगा है। वही इस विध्वंसक में 32 एंटी एयर, बराक 8 मिसाइलें तैनात है जिनकी रेंज 100 किलोमीटर है। यही नहीं इस पर 16 anti-ship ब्रह्मोस मिसाइले भी तैनात है।
जिसकी रेंज इतनी हाई है कि यदि मुंबई से मिसाइल दागी जाए, तो 12 मिनट में ही कराची पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं इसमें एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर और हेल ध्रुव हेलीकॉप्टर भी तैनात हैं। जो दुश्मनों के छक्के छुड़ा देंगे।