जयपुर। भारत की नरेंद्र मोदी सरकार का अंतरिम Budget 2024 आज पेश किया जा रहा है। लेकिन बजट पेश करने से ठीक पहले देश में ऐसी चौंकाने वाली घटना भी हुई जिसको लेकर हर कोई हैरान है। आज हमारे देश के मजबूत सरकार है और प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री तथा गृह मंत्री हैं। वित्त मंत्री अपना बजट पेश कर रही हैं। लेकिन भारत के 75 साल के इतिहास में 3 मौके ऐसे आए हैं जब वित्त मंत्री की बजाए प्रधानमंत्री ने बजट पेश किया। ऐसा कब और क्यों हुआ आइए जानते हैं।
जवाहर लाल नेहरू बने बजट पेश करने वाले पहले प्रधानमंत्री
पंडित जवाहर लाल नेहरू ने वित्त वर्ष 1958-59 का बजट लोकसभा में रखा था। उस वक्त टीटी कृष्णामाचारी वित्त मंत्री थे। हालांकि, उनका नाम मुद्रा घोटाले में आया तो इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद वित्त मंत्री का कार्यभार नेहरू ने अपने पास ले लिया और आम बजट स्वयं ने पेश किया।
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इंदिरा गांधी ने भी पेश किया भारत का बजट
यह बात 1970 की है जब इंदिरा गांधी की सरकार थी। उस समय मोरारजी देसाई के पास उप प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री का पद भी था। इंदिरा प्रधानमंत्री बनने की वजह से पार्टी के भीतर बगावत हो गई। इसके बाद कांग्रेस ने मोरारजी देसाई को 12 नवंबर 1969 को पार्टी से ही निकाल दिया। इसके बाद इंदिरा गांधी ने वित्त मंत्रालय संभाला और 28 फरवरी 1970 को भारत का आम बजट पेश किया।
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राजीव गांधी ने भी पेश किया आम बजट
साल 1987-88 में भारत का आम बजट प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पेश किया था। राजीव से विवाद की वजह से उस समय वित्त मंत्री वीपी सिंह ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राजीव गांधी ने वित्त मंत्रालय अपने पास रखा और आम बजट पेश किया।