केदारनाथ यात्रा में पिछले कुछ दिनों से मौसम के कारण बाधा आ रही थी। गुरुवार को मौसम विभाग की ओर से पहले ही चेतावनी दी गई थी की चार धाम यात्रा के आस पास के इलाकों में मौसम बिगड़ सकता है। वहां बारिश आंधी के साथ बर्फबारी भी हो सकती है। इसी को देखते हुए वहां यात्रा को रोकने का निर्णय लिया गया। यात्रा में हुआ भी ऐसा ही केदारनाथ मार्ग में गुरुवार को ग्लेशियर टूट गया। जिससे यात्रा को रोकना पड़ा।
पैदल मार्ग के रास्ते में भैरव ग्लेशियर टूटने के कारण भैरव गदेरा और कुबेर गदेरा के बीच का मार्ग बाधित हो गया। प्रशासन ने चार धाम की यात्रा पर गए तीर्थ यात्रियों को आगे न जाने के लिए कहा है।
चार धाम मार्ग के साथ ही उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी भी हुई है। मौसम विभाग की ओर से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व के 9 मई तक चक्रवात में फंसे रहने की आशंका भी जताई है। केंद्रीय मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि 6 मई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जिसके बाद चक्रवात बनने के संकेत हैं।
उठेगा मोचा चक्रवात
चक्रवात में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। चक्रवात के बंगाल के मध्य खाड़ी की ओर बढ़ने का अनुमान है। मोचा नाम के इस चक्रवात का नाम यमन ने लाल सागर के एक पोर्ट सिटी के नाम पर रखा था। इस तूफान का असर दिल्ली तक दिख रहा है। यहां भी गुरुवार सुबह 15.8 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दर्ज हुआ था। जो दिल्ली में मई का सबसे कम तापमान था।