मुंबई हाई कोर्ट को नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया है। जस्टिस रमेश देवकीनंदन धानुका को मुंबई हाई कोर्ट का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई जा रही है। मुंबई हाई कोर्ट में शीर्ष पद पर आसीन किसी न्यायाधीश के लिए यह अब तक का सबसे छोटा कार्यकाल होने वाला है।
माना जा रहा है कि देवकीनंदन धानुका मात्र 3 दिन मुख्य न्यायाधीश होंगे। इस समय जस्टिस धानुका बॉम्बे हाई कोर्ट में ही जज है। उन्हें 23 जनवरी 2012 को हाईकोर्ट जज नियुक्त किया गया था।
आपको बता दें, 30 मई को 62 साल का होने पर उन्हें रिटायरमेंट मिल जाएगा। संविधान में प्रावधान है हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की अवधि 62 वर्ष होगी। ऐसे में उनका कार्यकाल 30 मई को समाप्त होने वाला है। आज शपथ लेने पर उन्हें 3 दिन का अवसर मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 19 अप्रैल को मुंबई हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में उनकी पदोन्नति की सिफारिश की थी। 11 सितंबर 2022 को पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता की शीर्ष अदालत में पदोन्नति के बाद से उच्च न्यायालय 5 महीने से अधिक समय से स्थाई मुख्य न्यायाधीश के बिना ही चल रहा था।
जस्टिस देवकीनंदन ने मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य और कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त कि हुई है। पिछले कई वर्षों से वे ग्रेटर मुंबई नगर निगम के वरिष्ठ वकील पैनल में थे और बड़ी संख्या में मुबई उच्च न्यायालय में नगर निगम का प्रतिनिधित्व करने वाले मामलों में पेश हुए हैं।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को दो अलग-अलग नोटिफिकेशन जारी कर जस्टिस रमेश धानुका को मुंबई हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश और जस्टिस संजय जी गंगापुर वाला को मद्रास हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था।
अगर सेवानिवृत्ति की बात करें, तो जहां सुप्रीम कोर्ट के जज का 65 साल का कार्यकाल होता है वही हाईकोर्ट के जजों की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल निर्धारित की गई है। ऐसे में यह एक रिकॉर्ड बन जाएगा। जब मुंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवकीनंदन धानुका मात्र 3 दिन के लिए इस पद पर आसीन होंगे।