मणिपुर निर्वस्त्र घुमाई गई महिला वीडियो मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने केंद्र और मणिपुर सरकार से सवाल किया कि अब तक मणिपुर मामले में कितनी FIR दर्ज की गई हैं। वहीं याचिकाकर्ता की ओर से इस मामले में कोर्ट से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, जेबी पादरीवाला और मनोज मिश्रा की बेंच इस केस की सुनवाई कर रही है।
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दोनों पक्षों की बात सुनकर कदम उठाएंगे
सीजेआई चंद्रचूड़ मणिपुर में पीड़ित महिलाओं की याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं। इस दौरान CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि महिलाओं के साथ अपराध की यह पहली और अकेली घटना नहीं है। और भी कई सारी ऐसी घटनाएं होती है। महिलाओं के साथ हो रही हिंसा और अपराध जैसे गंभीर मामलों से निपटने के लिए एक मैकेनिज्म बनाना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हाई पावर कमेटी की डिमांड
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ वकील इंदिरा जय सिंह ने मामले की जांच के लिए हाई पावर कमेटी की डिमांड की है। उन्होनें कहा कि महिलाएं अपनी बात कहने के लिए महिलाओं के सामने सहज होंगी। हमें यह भी नहीं पता है कि वो महिलाएं सीबीआई के सामने भी आएंगी या नहीं।