केंद्र सरकार ने नई दिल्ली स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया है। अब इसको प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से जाना जाएगा। मोदी सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है।
गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में स्पेशल मीटिंग रखी गई। इस मीटिंग में नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम रखने का फैसला लिया गया। कांग्रेस ने केंद्र के इस फैसले की आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जयराम रमेश मोदी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होनें सोशल मीडिया
प्लेटफॉर्म ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा – संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है। 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का ख़ज़ाना घर रहा है। अब से इसे प्रधानमंत्री म्यूजियम और सोसायटी कहा जाएगा।
संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है। 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का ख़ज़ाना घर रहा है। अब से इसे प्रधानमंत्री म्यूजियम और सोसायटी कहा जाएगा। पीएम मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 16, 2023
बता दें कि 2016 में पीएम मोदी ने एक प्रस्ताव रखा था। जिसमें तीन मूर्ति परिसर में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। उसी साल 25 नवंबर को NMML की 162वीं बैठक हुई। इस बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इस परियोजना के पूरी होने के बाद बीते साल 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री संग्रहालय को जनता के लिए खोल दिया गया था।