One Note One Vote Campaign: लोकसभा चनुावों में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। लेकिन पार्टी के पास चुनाव लड़ने का पैसा नहीं है तो उसने एक वोट के साथ एक नोट के अभियान की शुरूआत की है। कांग्रेस ने कहा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद कांग्रेस के बैंक खातों पर रोक लगाने का उद्देश्य चुनाव से पहले उनकी पार्टी को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश है।
यह भी पढ़ें: Phalodi Satta Bazar 2024: नागौर में हनुमान बेनीवाल की जीत पर सट्टा बाजार का बड़ा ऐलान, जानें पूरा गणित
‘एक नोट-एक वोट’
लोकसभा चुनाव के समय सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीकों से जनता को सांधने का प्रयास करते है। लेकिन कांग्रेस ने जो किया है वह बहुत ही नया है और इसको लेकर चर्चा भी हो रही है। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चंदा मांगना शुरू कर दिया है और उसने ‘एक नोट-एक वोट’ अभियान शुरू कर दिया है। पार्टी ने दावा किया है कि केंद्र सरकार ने उसके बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी है, जिसके चलते उनके पास पैसा नहीं है।
बैंक खातों पर रोक
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कांग्रेस के बैंक खातों पर रोक लगाने की साजिश बीजेपी ने रची है। इसका मकसद केवल पार्टी को आर्थिक रूप से कमजोर करना है। लेकिन बीजेपी का कहना है कि उनके कहने से कुछ नहीं होता है यह एक अलग विषय है और इसकी जांच चल रही है।
जनता से मांगे 1-1 रुपये
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक नोट-एक वोट अभियान के तहत प्रचार के दौरान जनता से एक रूपए भी मांगाना शुरू कर दिया है। नेताओं ने प्रत्येक व्यक्ति से एक रुपया मांगा और एक वोट देने का अनुरोध किया। कांग्रेस ने पहले भी चंदा जमा करने के लिए एक अभियान चलाया था जिसमें ज्यादा कुछ नहीं मिला।
यह भी पढ़ें: Rajasthan Mandi Bhav 2 April 2024: जौ,अलसी, सरसों, चना में तेजी और गेहूं में मंदी, देखें आज का मंडी भाव
कांग्रेस को राहत
कांग्रेस पार्टी को बड़ी राहत मिली है और आयकर विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में बयान दिया है कि वह चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी से वसूली के लिए कोई कठोर कदम नहीं उठाएगा। आयकर विभाग का कहना है कि वह परेशानी खड़ी नहीं करना चाहता और ऐसे में उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी को राहत मिल सकती है।