महाराष्ट्र की कल्याण लोकसभा सीट को लेकर भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के कुछ नेताओं के बीच विवाद शुरु हो गया है। आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का समर्थन देने के लिए स्थानीय भाजपा नेताओं ने कदम पीछे कर लिए है। बीजेपी नेताओं ने शिवसेना को समर्थन नहीं देने का प्रस्ताव पारित किया। इसके जवाब में सीएम एकनाथ के बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा कि, यह अनबन सिर्फ स्थानीय नेताओं के बीच है। गठबंधन पर कोई असर न हो, इसके लिए मैं इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हूं।
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इस समय महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-फुथल मची हुई है। शिवसेना और बीजेपी गठबंधन वाली सरकार में बंधन की गांठे ढीली पड़ गई है। अब इस गठबंधन में दरार आने के संकेत मिल रहे हैं। श्रीकांत शिंदे कई मसलों को लेकर नाराज चल रहे है। हालांकि श्रीकांत शिंदे ने कहा कि वो गठबंधन को बचाने के लिए पद से इस्तीफा देने को तैयार है। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमाती दिख रही है।
इस वजह से आई गठबंधन में दरार
कुछ दिनों पहले एक महिला से छेड़छा़ड़ के मामले में बीजेपी के पदाधिकारी नंदू जोशी पर एफआईआर दर्ज की थी। इसको लेकर नंदू जोशी सहित भाजपा के कुछ नेताओं का मानना है कि यह शिवसेना की चाल है। मानपाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज इस एफआईआर के पीछे शिवसेना का हाथ है। इसके बाद 8 जून को डोंबिवली में बीजेपी पदाधिकारियों की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में बीजेपी ने शिवसेना का समर्थन नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया। शिवसेना का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया था।