कोरोना की वैक्सीन Covishield के बाद अब भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin के भी साईड इफेक्ट्स सामने आए हैं। आपको बता दें कि यह वही वैक्सीन है जो पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी खुद को लगवाई थी। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के अनुसार रिसर्च में भाग लेने वाले लोगों में से करीब एक तिहाई लोगों पर कोवैक्सीन के साईड इफेक्ट्स देखे गए थे। स्टडी कर रही टीम के अनुसार टीन एजर्स एवं किसी भी तरह की एलर्जिक बीमारी से जूझ रहे लोगों पर वैक्सीन का साईड इफेक्ट्स ज्यादा प्रभावी देखा गया है।
रिसर्च से पता चला, Covaxin के हैं ये साईड इफेक्ट्स
बीएचयू ने 1024 लोगों पर कोवैक्सिन के प्रभाव की स्टडी की। इनमें 291 वयस्क एवं 635 टीनएजर्स थे। स्टडी में भाग लेने वाले सभी लोगों को वैक्सीन लगे एक वर्ष का समय बीत चुका था। स्टडी में पाया गया कि करीब 304 टीनएजर्स और 124 युवाओं में वैक्सीन लगने के बाद सांस संबंधी इंफेक्शन पाया गया। अधिकतर में सर्दी, खांसी जैसी बीमारियां भी मिली।
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इसके अलावा अधिकतर टीनएजर्स में स्किन और नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियां भी देखी गई। जबकि वयस्कों में जनरल डिसऑर्डर, मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी बीमारियां और नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियां सामने आईं। टीनएजर्स गर्ल्स में अनियमित पीरियड्स की समस्या भी पाई गई। कुछ रेयर मामलों में गुलियन बेरी सिंड्रोम (GBS) भी देखा गया। साथ ही यह भी पाया गया कि जिन्हें पहले से कोई एलर्जी थी, उनमें वैक्सीन के ज्यादा दुष्प्रभाव नोट किए गए।
क्या होता है गुलियन बेरी सिंड्रोम (GBS)
डॉक्टरों के अनुसार गुलियन बेरी सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो शरीर को धीरे-धीरे लकवे का शिकार बना देती है। यह एक बहुत ही रेयर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है। इनके अलावा भी स्टडी में पार्टिसिपेट करने वाले लोगों में कई अन्य बीमारियां देखी गई।
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कंपनी ने कहा था, नहीं है Covaxin का कोई साईड इफेक्ट
हाल ही 2 मई को कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा था कि इस वैक्सीन को बनाने से लेकर लगाने तक सेफ्टी मॉनिटरिंग की गई हैं। यह वैक्सीन बाकी सभी वैक्सीन की तुलना में ज्यादा सेफ और सिक्योर है। कंपनी ने कहा था कि वैक्सीन के कारण अभी तक किसी बीमारी का केस सामने नहीं आया है।