चक्रवाती तूफान मोका अब गंभीर रुप लेते हुए उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ गया है। इस गंभीर तूफानी चक्रवात से लैंडफॉल होने की भी आशंका है। इससे बचाव के लिए मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान निकोबार में अलर्ट जारी कर दिया है। बीते 6 घंटों में 15किमी प्रति घंटे की स्पीड से तूफान मोका बढ़ रहा है। मछुआरों को रविवार तक बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी है।
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शुक्रवार को मोका ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान का रुप ले लिया है। इसका असर दुनिया के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप पर भी पड़ सकता है। WHO के अनुसार अगर साइक्लोन का प्रकोप अधिक रहा तो लैंडस्लाइड भी हो सकता है और लैंडस्लाइड होने से दुनिया के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप को खतरा है। रोहिंग्या रिफ्यूजी कैंप बांग्लादेश-म्यांमार बॉर्डर स्थित है। साइक्लोन मोका के चक्रवाती प्रकोप से यह तबाह भी हो सकता है।
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14 मई को इस तूफान के बांग्लादेश और म्यांमार को पार करने की आशंका है। इस दौरान हवा की स्पीड 175किमी प्रति घंटा हो सकती है। आईएमडी ने कहा कि तूफान उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ गया है। अंडमान निकोबार, बंगाल और ओडिशा में इस तूफान से होने वाले खतरों से बचने के लिए NDRF की 8 टीमों और 200 बचावकर्मियों को तैनात किया है।