केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री कई दिनों से विपक्षी दलों से समर्थन मांग रहे है। इसके लिए वो विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी कर चुके है। हाल ही में उन्होनें कांग्रेस से भी मदद मांगी लेकिन उन्हें सकारात्मक जवाब नहीं मिला। दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं ने बैठक की जिसमें उन्होनें तय किया कि वे केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल का समर्थन नहीं करेंगे।
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दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने आज दिल्ली और पंजाब के नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के संबंध में चर्चा की गई। पार्टी के नेताओं ने विचार विमर्श किया कि केजरीवाल का समर्थन करना चाहिए या नहीं। इस बैठक में दिल्ली के नेताओं ने कहा कि आप पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होना चाहिए साथ ही उन्होनें ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आप का साथ देने से भी मना किया है। हालांकि नेताओं ने अंतिम फैसला हाईकमान पर ही छोड़ा है।
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बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल पहले ही केजरीवाल का समर्थन देने की घोषणा कर चुके है। उन्होनें कहा कि वो केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेंगे। इस तरह कांग्रेस पार्टी केजरीवाल के समर्थन को लेकर दो गुटों में बंट चुकी है। इसके अलावा केजरीवाल 3 मुख्यमंत्रियों से मिल चुके हैं। केजरीवाल ने 21 मई को बिहार के सीएम नीतीश कुमार, 23 मई को कोलकाता सीएम ममता बनर्जी, 24 मई को मुंबई में उद्धव ठाकरे, 25 मई को मुंबई में ही शरद पवार और इसके बाद 28 मई को तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव से मुलाकात कर चुके है। इन सभी ने केजरीवाल का समर्थन करने की सहमति दी है।