राहुल गांधी की तरह ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मानहानि के मामले में फंसे हुए है। तेजस्वी यादव ने गुजराती समुदाय को अपमानित करने की कोशिश की है। उन्होनें गुजरातियों को ठग कह दिया। इसी मामले में तेजस्वी यादव को समन भेजा गया था। आज अहमदाबाद कोर्ट में मामले की आगे की सुनवाई की जाएगी। पिछली बार 28 जून को हुई सुनवाई में शिकायतकर्ता की ओर से 5 गवाह पेश हुए थे। उस समय अगली सुनवाई की तारीख 7 जुलाई दी गई थी। आज अहमदाबाद की मेट्रो कोर्ट में दोनों पक्षों की दलीलें पूरी हो गई है।
तेजस्वी यादव का बयान
दरअसल बजट सत्र के समय पटना में तेजस्वी यादव ने नीरव मोदी की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए गुजरातियों पर विवादित टिप्पणी की। उन्होनें कहा कि अगर देश के वर्तमान हालात को देखा जाए तो सिर्फ गुजराती ठग हो सकते हैं। उनका यह कहना गले की फांस बन गया है। हरेश मेहता ने 21 मार्च को तेजस्वी यादव के खिलाफ IPC की धारा-499 और 500 (आपराधिक मानहानि) के तहत मामला दर्ज करवाया था। ऐसा तेजस्वी यादव ने इसलिए कहा क्योंकि बैंकों का पैसा लेकर भागे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के 'रेड नोटिस' से हटा दिया गया। इसके कारण तेजस्वी पर मानहानि केस हुआ और इसी मामले में सुनवाई चल रही है।
बता दें कि कोर्ट ने इस केस में सुनवाई के लिए पहले 1 मई की तारीख तय की थी। जिसकी अगली तारीख 8 मई और उसके बाद 19 मई तय की गई थी। हालांकि इसके बाद तेजस्वी यादव ने अपनी सफाई में कहा कि मैनें पूरे गुजरातियों के लिए ऐसा नहीं कहा था।
शिकायतकर्ता ने याचिका में लिखा
कारोबारी हरेश मेहता ने अपनी याचिका में कहा है तेजस्वी यादव ने गुजरातियों की सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की कोशिश की। उन्होनें पूरे गुजराती समुदाय को ‘ठग’ कहा है। इसलिए इस मामले में उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।