Delhi Liquor Policy Scam Case : 'शराब नीति घोटाला' अब आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) शासित दिल्ली सरकार (Dilli Sarkar) के लिए गले की फांस बन गया है। इस पूरे मामले में दिल्ली सरकार के तीन बड़े नेता सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की गिरफ्तारी की जा चुकी है। सत्येंद्र जैन, केजरीवाल सरकार (Kejriwal Sarkar) में स्वास्थय मंत्री रहे, मनीष सिसोदिया शिक्षा मंत्री रहे और संजय सिंह राज्यसभा सांसद है।
कितने टाइम से जेल में है केजरीवाल के नेता
सत्येंद्र जैन : दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थय मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद है। वह फिलहाल मेडिकल आधार पर जेल से बाहर है, लेकिन कोर्ट के आदेशानुसार किसी से मिल नहीं सकते है। जैन का भी शराब नीति मामले में शामिल होने का संदेह कई बार जताया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जैन को 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह अंतरिम जमानत पर बाहर है। उन पर बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप है। उन्हें 26 मई 2023 को अदालत ने 6 हफ़्तों के लिए अंतरिम जमानत दी थी। लेकिन अभी तक उन पर लगे आरोप पूरी तरह साबित नहीं हुए है।
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.. क्या अगला नंबर केजरीवाल का होगा?
मनीष सिसोदिया : दिल्ली सरकार की आबकारी शराब नीति मामले (Excise Liquor Policy Case) में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) बुरी तरह फंस चुके है। इस मामले में 338 करोड़ रुपये के लेन-देन में हेराफेरी का आरोप है। सिसोदिया को फरवरी 2023 में जेल में डाला गया था और वह अभी तक जेल में है। मामले में सिसोदिया कई बार कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके है, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली है। पूरा मामला अभी जांच के घेरे में है इसलिए आरोप साबित होने की पुष्टि नहीं हुई है।
संजय सिंह : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Rajya Sabha MP Sanjay Singh) को पिछले दिनों शराब नीति मामले में आरोपी बनाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। संजय सिंह पर कमीशन लेने जैसे संगीन आरोप लगाए गए है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।
सियासी गलियारों में खबर है कि दिल्ली की आबकारी शराब नीति मामले की जांच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) तक जल्द ही आने वाली है। इस बात का जिक्र भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के कई नेता कर चुके है। वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी और उसके नेता इस केस को बनावटी और झूठा करार देते रहे है।
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