जयपुर। पुरानी हिंदी फिल्म The Burning Train जैसा एक रेल हादसा जम्मू-कश्मीर में होने की खबर आई है। यहां पर 53 डब्बों वाली एक मालगाड़ी बिना ड्राईवर के चल पड़ी और उसने 80 किलोमीटर तक की दूरी भी तय कर ली। बाद में मामले का पता चलने पर ड्राईवर और गार्ड सहित 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है।
90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी गाड़ी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक मालगाड़ी ट्रेन कठुआ स्टेशन पर खड़ी करके ड्राईवर चाय ब्रेक के लिए चले गए। उस समय गाड़ी का इंजन चालू ही था। ऐसे में गाड़ी पठानकोट की ओर चल पड़ी। मालगाड़ी करीब डेढ़ घंटे तक चलती रही और इस दौरान उसने 80 किलोमीटर की दूरी भी तय कर ली। बीच में चलते-चलते मालगाड़ी करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक पहुंच गई जिसे बाद में जैसे-तैसे कम करने का प्रयास किया गया।
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पंजाब के ऊंची बस्सी में ऐसे रुकी गाड़ी
ट्रेन चलने के बाद जब पता चला कि मालगाड़ी बिना ड्राईवर रवाना हो गई है तो उसे रोकने के बहुत प्रयास किए गए। परन्तु वह रुकने के बजाय लगातार तेज स्पीड में भागने लगी। इस पर रास्ते में आने वाले सभी ट्रैक तुरंत ही खाली करवाए गए। इसके साथ ही जितने भी फाटक थे, उन्हें भी तुरंत प्रभाव से बंद करवाया गया ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।
इसके बाद ट्रेन की स्पीड को जैसे-तैसे कम करवाने के प्रयास किए गए। आखिर में ऊंची बस्सी पहुंचने पर किसी तरह इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोका गया। बताया जा रहा है कि ट्रेन सुबह 7.25 बजे से 9.00 बजे तक लगातार चलती रही और 80 किलोमीटर की दूरी तय कर कठुआ स्टेशन से पंजाब के ऊंची बस्सी तक पहुंच गई।
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इंक्वायरी के बाद छह लोग हुए सस्पेंड
घटना का पता चलते ही तुरंत इसकी जांच शुरू की गई। जांच के नतीजों के आधार पर डीआरएम साहू ने कठुआ स्टेशन पर तैनात छह लोगों को बर्खास्त कर दिया। इनमें ड्राईवर के अलावा स्टेशन सुप्रींटेंडेट, प्वाइंट्समैन और अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। आपको बता दें कि यह पहली घटना नहीं है बल्कि भारत में इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।