E-Challan Scam: जयपुर। देश में रोजाना ट्रेफिक नियमों का उल्लघंन के लिए सैंकड़ों चालान काटे जाते हैं। लेकिन इससे बचने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ करते हैं। अब सड़क नियमों का उल्लघंन करने पर ई-चालान लोगों को मोबाइल पर एसएमएस (SMS) के जरिए भेज दिया जाता है। लेकिन अगर आपको भी अपने मोबाइल पर ई-चालान एसएमएस के जरिए मिले तो भरने से पहले ही सावधान हो जाए वरना चालान भ्ररते ही आपके बैंक अकाउंट का पूरा पैसा खाली हो जाएगा।
कैसे पहचाने फर्जी ई-चालान
अगर आपको एमएमएस के जरिए ई-चालान मिला है तो सबसे पहले यह चेक करें क्या यह वाकय सही है या किसी तरह का फ्रॉड तो नहीं हो रहा। ई-चालान चेक फर्जी या सही यह चेक करें। अगर आपको पता नहीं चल रहा है तो ट्रेफिक पुलिस से इसके बारे में जान लें। अगर आपको मिले ई-चालान पर echallan.parivahan.com अगर ऐसा लिखा हुआ तो ये फर्जी है अगर आप इसे भरने का प्रोसेस शुरू करेंगे तो एक फॉर्म खुलेगा वो भी हूबहू ऑरिजनल फॉर्म जैसाव खुलेगा जिसे पहचानना भी मुश्किल होता है। जैसे आप अपनी पूरी डिटेल डालते हैं तो आपके साथ फ्रॉड होना निश्चित है। आपके अकाउंट से सारा पैसा साफ हो जाएगा।
आपको बता दें कि अगर पुलिस ने आपको ई-चालान भेजा है तो उस पर challan.parivahan.gov.in लिखा हो तो मानों ये ई-चालान सही है। अगर भी फिर आपके मन में कोई शंका हो तो ट्रेफिक पुलिस से संपर्क कर एक बार कन्फर्म जरूर कर लें। दरअसल, अभी देशभर में ई-चालान को लेकर सबसे बड़ा स्कैम चल रहा है।
कैसे हो रहा है फ्रॉड
कई रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि खुद को ट्रैफिक पुलिस वाला बताकर लोगों को ठगने का सिलसिला शुरू हो गया है। ठग खुद को पुलिस वाला बताकर लोगों को उनके मोबाइल नंबर पर चालान भरने के लिए लिंक भेज रहे हैं।
कैसे फ्रॉड से बचे
अगर आपको ई-चालान के फ्रॉड से बचना है तो पहले ठीक से चेक करें क्या यह ई-चालान सही है कहीं फ्रॉड तो नहीं। इसके बाद भी ट्रेफिक पुलिस से कन्फर्म कर लें। अगर आपके पास ऐसा कोई ई-चालान आया है वो फ्रॉड तो उसे इग्नोर कर दें।
ये है आपके लिए एक बड़ा संकेत
फ्रॉड करने वाले वाहन मालिकों के नंबर पर चालान भरने के लिए ये जो लिंक भेज रहे हैं, यही खेल हो रहा है. जैसे ही कोई भी वाहन मालिक चालान भरने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर बैंक अकाउंट डिटेल या फिर कह लीजिए डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी डालता है वैसे ही हैकर्स सबसे पहले फोन को हैक (Phone Hack) करते हैं और फिर फोन को खुद के कंट्रोल में लेकर आपका बैंक अकाउंट साफ कर देते हैं।
कहां करें कंप्लेंड
अगर आपके पास इस तरह के ई-चालान आ रहे हैं तो फ्रॉड होने से पहले साइबर क्राइम में रिपोर्ट दर्ज कराए ताकि आप फ्रॉड होने से बच सकें। साथ ही साथ अपनी साथियों और परिजनों को भी इसे बार में सूचना दे ताकि इस तरह के फ्रॉड से बचा जा सके।