23 April Satta Bazar : राजस्थान में लोकसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग में जबरदस्त गिरावट के कारण बीजेपी नेताओं के परेशानी बढ़ गई है। लेकिन इस गिरावट का मुख्य कारण फर्स्ट टाइम वोटर्स रहा है जिसने विधानसभा सभा चुनावों में तो जमकर वोटिंग की लेकिन लोकसभा चुनावों में उसने दूरी बनाई है। पहली बार वोट करने को लेकर जो युवाओं में जोश और उत्साह रहता है वो इस बार नहीं देखने को मिला। पहले चरण की 12 सीटों पर हुई वोटिंग में यूथ वोटर्स का वोटिंग प्रतिशत 50 फीसदी रहा जो चिंता का विषय है।
बीजेपी को होगा नुकसान
5 माह पहले हुई विधानसभा चुनाव में युवा मतदाताओं को वोटिंग प्रतिशत ज्यादा था और ऐसे में इसका फायदा बीजेपी को मिला था। लेकिन लोकसभा में इस एजग्रुप का वोटिंग प्रतिशत कम रहा है जो चिंता का विषय है। फर्स्ट टाइम वोटरों में वोटिंग के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने स्वीप प्रोग्राम के तहत स्कूल-कॉलेजों में अवेयरनेस फैलाई लेकिन इसका भी ज्यादा फायदा नहीं हुआ है।
निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट
19 अप्रैल को वोटिंग में 96 विधानसभा सीटों पर 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ है। इनमें फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या लगभग 8 लाख थी, लेकिन इनमें 4 लाख वोटर्स ही बूथ पर पहुंचे। जबकि विधानसभा चुनावों में यूथ वोटर्स की संख्या कुल 11 लाख थी और 9 लाख ने वोट डाले थे।
50 फीसदी वोटिंग बनी चिंता का कारण
मौजूदा लोकसभा सीटों में विधानसभावार फर्स्ट टाइम वोटर्स की स्थिति बहुत चिंताजनक रही है और इसके कारण बीजेपी को ज्यादा नुकसान होता दिख रहा है। कोलायत, विराटनगर, करौली, नदबई, नीमकाथाना, खेतड़ी, श्रीमाधोपुर, चाकसू, बहरोड़, लूनकरणसर, वैर, सूरजगढ़, बाड़ी, कठूमर, बसेड़ी, हिंडौन, कोटपूतली, डीग-कुम्हेर, टोडाभीम, बानसूर, श्रीडूंगरगढ़, नोखा, बयाना और सपोटरा सीटों पर 50 फीसदी से कम मतदान होना चिंता का कारणा है।
यह भी पढ़ें: Phalodi Satta Bazar 21 April: मतदान घटने के साथ सट्टा बाजार के भाव से उड़ी नेताओं की नींद, 4 जून का इंतजार
यूथ बूथ पर नहीं पहुंचा
यूथ का बूथ पर नहीं पहुंचना सभी के लिए चिंता का विषय है लेकिन बीजेपी को सबसे ज्यादा वोट यूथ का ही मिलता है जो इस बार नहीं मिलता दिख रहा है। सट्टा बाजार के भाव की बात करें तो पहले चरण की 3 से 5 सीटों पर कांग्रेस का पंजा बीजेपी के फूल पर भारी पड़ता दिख रहा है।