जम्मू कश्मीर में 70 साल बाद इतिहास रचा जाएगा। जम्मू-कश्मीर में मई में G-20 की बैठक का आयोजन किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर में 70 साल बाद और आर्टिकल 370 हटने के बाद यह पहली इंटरनेशनल समिट होगी। वहीं पाकिस्तान और चीन जम्मू-कश्मीर में कराए जाने वाली G-20 की बैठक का लगातार विरोध कर रहा है।
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इस बार जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। भारत ने देश के 28 राज्यों में जी-20 की बैठकों का आयोजन करवाने की बात कही थी। इसी कड़ी में भारत सरकार ने श्रीनगर में 22 और 23 मई को G-20 की बैठक कराने का फैसला किया है। यह टूरिज्म पर वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी।
चीन और पाकिस्तान विरोध में
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में 22 और 23 मई को होने वाली G-20 की बैठक का चीन और पाकिस्तान ने विरोध शुरु कर दिया है। चीन इस बारे में पहले ही कह चुका है कि जम्मू-कश्मीर में जी-20 की बैठक नहीं होनी चाहिए। ऐसा माना जा रहा है कि यहां बैठक होने के बाद चीन श्रीनगर से भी दूरियां बना लेगा।
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बता दें कि मार्च के अंतिम सप्ताह में अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में भी जी-20 की बैठक का आयोजन किया गया था। वहां पर भी चीन इस बैठक से दूर रहा। चीन के अनुसार अरुणाचल भारत का हिस्सा नहीं है और इसी के विरोध में ईटानगर की बैठक में शामिल नहीं हुआ था।