G20 Summit: भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में शामिल देशों के बीच पर्यावरण, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे कई अहम मुद्दों पर आम सहमति बन गई है। इस संबंध में शनिवार को एक घोषणा पत्र भी जारी किया गया है। आइए जानते हैं इस घोषणा पत्र की जरूरी बातें
विभिन्न देशों के बीच आपसी सहयोग
G20 समिट में आए देशों के बीच आपसी सहयोग को लेकर चर्चा हुई। इसके तहत भारत मध्य पूर्व यूरोप कनेक्टिविटी कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। यह भारत को मध्य पूर्व से होते हुए यूरोप से जो़ड़ेगा। इसमें भारत, यूएई, सऊदी अरब, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, इटली, जर्मनी आदि देशों को शामिल किया गया है।
अफ्रीकन यूनियन भी मिली सदस्यता
भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 सम्मेलन में अफ्रीकी यूनियन को भी सदस्यता दी गई। इस प्रकार अब जी20 में कुल 21 सदस्य हो गए हैं। इस अवसर पर भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यह सम्मेलन हमारी संस्कृति, परंपरा और विरासत को दुनिया के सामने दिखाने का एक अद्भुत अवसर था।
खाद्य वस्तुओं के मुक्त व्यापार पर ध्यान किया फोकस
शिखर सम्मेलन में शनिवार को जारी किए गए घोषणा पत्र में कहा गया है कि सभी देशों के बीच खाद्य पदार्थों, कृषि और उर्वरक से जुड़े क्षेत्रों में मुक्त व्यापार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके सभी कार्य विश्व व्यापार संगठन के नियमानुसार ही होने चाहिए ताकि दुनिया भर में जरूरी चीजों की कीमतों पर लगाम लगाई जा सकें।
ट्रिपल एजेंडे पर हुई बात
मीटिंग के दौरान बहुपक्षीय विकास बैंक (MDB) को मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। इसके लिए एक रिपोर्ट भी जारी की गई है। रिपोर्ट में वर्ल्ड बैंक तथा एमडीबी के बीच सामंजस्य बढ़ाने के मुद्दों पर भी विचार किया गया।
क्रिप्टोकरेंसी के कंट्रोल को लेकर हुई चर्चा
G20 Summit के दौरान मीटिंग में सभी देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक नियामक ढांचे बनाने की जरूरत पर भी अपनी सहमति जताई। इसके लिए आईएमएफ और एफएसबी मिलकर एक इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप करेंगे जो क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सही नियामक एजेंसी की तरह काम कर सकेगा।