जयपुर। G20 Summit समिट में शामिल होने के लिए राजधानी दिल्ली तैयार हो चुकी है। एक के बाद एक विदेशी मेहमान दो दिवसीय इस सम्मेलन में शिरकत करने के लिए भारत पहुंचने लगे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत पहुंच गए हैं। उनसे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति समेत कई देशों के राष्ट्रप्रमुख भारत चुके थे। पीएम मोदी की जो बाइडेन के साथ वन टू वन बैठक होगी।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहला दौरा होगा
9-10 सितंबर को वो G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। बाइडेन को दिल्ली के ITC मौर्या होटल में ठहराया जाएगा। बाइडेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की टीम 3 दिन पहले ही भारत पहुंच चुकी है।बाइडेन प्रधानमंत्री के साथ बाई लेट्रल मीटिंग करेंगे। 9 सितंबर को g20 लीडर्स समिट के पहले हिस्से वन अर्थ और फिर दूसरे हिस्से वन फैमिली में शामिल होंगे। दस सितंबर को राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित करेंगे इसके बाद वह वियतनाम के लिए रवाना हो जाएंगे।
पीएम मोदी और जो बाइडेन की द्विपक्षीय बैठक
इस बैठक के दौरान 5जी और 6जी स्पेक्ट्रम, यूक्रेन, सिविल न्यूक्लियर क्षेत्र में प्रगति और उभरती प्रौद्योगिकियां पर भी चर्चा हो सकती है। जेक सुलिवन ने हालांकि उन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की कि अमेरिका खाड़ी देशों और अन्य अरब देशों को जोड़ने के लिए भारत और अरब देशों के साथ एक प्रमुख रेल समझौते की घोषणा करने की योजना बना रहा है, लेकिन कहा कि यह एक पहल है जिसमें अमेरिका ने अपने सहयोगियों के साथ प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि भारत से, पूरे मध्य पूर्व में, यूरोप तक कनेक्टिविटी काफी महत्वपूर्ण है और इससे इसमें शामिल सभी देशों को महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ के साथ-साथ रणनीतिक लाभ भी मिलेगा। हालांकि इस बारे में अभी ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता, राष्ट्रपति बाइडन प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वह जी-20 नेताओं के साथ कई बैठकों में हिस्सा लेंगे।
राजघाट भी जाएंगे बाइडेन
वियतनाम के लिए रवाना होने से पहले जो बाइडन रविवार को राजघाट स्मारक भी जाएंगे। बता दें कि, जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
बाइडेन सीक्रेट सर्विस के 300 कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। दिल्ली की सड़कों पर निकलने वाला सबसे बड़ा काफिला भी उनका ही होगा, जिसमें 55-60 गाड़ियां शामिल होंगी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन के लिए दुनिया की सबसे सेफ कार ‘द बीस्ट’ को भी भारत लाया जा रहा है। इसी कार में बैठकर वो G-20 समिट के लिए जाएंगे।