- सरकार को बुलेट प्रूफ कार के लिए देनें होंगे 18 करोड़ रुपये
- गाड़ी के शीशे को पार नहीं कर पाएगी गोली
जयपुर। इस बार भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह G20 की अध्यक्षता करने जा रहा है। भारत में बड़े स्तर पर होने जा रहे इस सम्मेलन की तैयारियां काफी दिनों से की जा रही है। इस कार्यक्रम में 25 देशों के राष्ट्रध्यक्ष शामिल होंगे। भारत सरकार ने जी-20 समिट (G20 Summit) के लिए भारत आए विदेशी लीडर्स को लाने और ले जाने के लिए 20 बुलेटप्रूफ कारें किराए पर ली हैं। आखिर इन कारों में ऐसा क्या हैं जो लीडर्स को सेफ रख पाएगी।
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सरकार को बुलेट प्रूफ कार के लिए देनें होंगे 18 करोड़ रुपये
भारत पहली बार G20 Summit) का आयोजन कर रहा है। इसलिए भारत में आने वाले विदेशी लीडर्स की सुरक्षा का जिम्मा भी भारत का ही है। इस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित दुनियाभर के बड़े लीडर शामिल होंगे। तैयारियों के अंतिम चरण में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। भारत सरकार ने जो 20 बुलेट प्रूफ कारें लीज पर ली हैं, उनके लिए 18 करोड़ रुपये चुकाने होंगे।
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गाड़ी के अंदर तक नहीं जा सकती गोली
भारत सरकार ने जो बुलेट प्रूफ कारें किराए पर ली है, उनमें वो सारे फीचर्स है जो लीडर्स की सुरक्षा करने में मदद करेंगे। "बुलेट प्रूफ कार" यानि बुलेट से सुरक्षा देनी वाली कार। इन कारों में लगाए गए विंडो ग्लास इतने मजबूत हैं कि गोली शीशे को पार कर अंदर बैठे लोगों तक नहीं पहुंच सकती है। जब ग्लास ही इतने मजबूत है तो कार की पूरी बॉडी भी इसी हिसाब से बनी होगी। उनके लिए सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बुलेट प्रूफ कारें किराए पर ली गई हैं। कई कार निर्माता कंपनिया ऑर्मर्ड मॉडल तैयार करती हैं जिनमें कैमिकल अटैक और मिसाइल अटैक से भी बचने की क्षमता होती है।
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पीआईबी फैक्ट चेक की ओर से ट्वीट किया गया, "भारत सरकार ने #G20 के दौरे पर आए नेताओं की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए 18 करोड़ रुपये में 20 ऑडी बुलेट रेसिस्टेंट कारें लीज पर ली हैं। कोई कार नहीं खरीदी गई। बीआर कारों का प्रावधान सभी HoS/HoG यात्राओं के लिए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल प्रक्रिया है।