पश्चिम बंगाल में भी लोगों ने रविवार को बालासोर हादसे सा ही डर महसूस किया। यहां पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में भी रविवार की सुबह दो मालगाड़ियों में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। जानकारी के मुताबिक इस टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि ओंडा रेलवे स्टेशन के पास रहने वालों की नींद आवाज के कारण टूट गई। जिससे लोग दुर्घटना की आशंका भांप स्टेशन के पास इकट्ठा हो गए। जहां से लोगों ने लोको पायलटों को टे्रनों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
बीते 23 दिनों में यह दूसरा रेल हादसा है। पहले 2 जून को ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों में टक्कर हो गई थी। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को जान माल का नुकसान हुआ था। हालांकि इस हादसे में जान माल का बहुत ज्यादा नुकसान न होना सामने आ रहा है।
आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही अवरूद्ध
जानकारी के मुताबिक दुर्घटना में लोको पायलट को हल्की सी चोटें आई है। इस हादसे में वहां बिजली का ओवरहेड तार टूट गया। जिससे आद्रा-खड़गपुर सेक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों की आवाजाही कुछ घंटे बाधित हुई।
दूसरी ट्रेन को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मारी
दक्षिण पूर्व रेलवे के डिवीजनल सेफ्टी ऑफिसर दिवाकर माझी ने मौके पर पहुंच बताया कि ओंडा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी खड़ी हुई थी। तब ही पीछे से आ रही दूसरी मालगाड़ी ने उसके टक्कर मारी। मामले की पूरी जांच के बाद ही हादसे के कारण का पता लग सकेगा।
मालगाड़ी पर चढ़ा इंजन
रेलवे अधिकारियों की मानें तो ओंडा स्टेशन की लूप लाइन पर बांकुड़ा से विष्णुपुर की ओर जाने वाली एक मालगाड़ी खड़ी हुई थी। जहां दूसरी मालगाड़ी ने उसे पीछे से जोरदार टक्कर मारी। जिससे पीछे वाली ट्रेन का इंजन आगे वाली मालगाड़ी पर ही चढ़ गया।
ट्रेनें हुई रद्द
हादसे के बाद वहां रेल लाइन को काफी नुकसान हुआ। जिसकी विभाग की ओर से मरम्मत भी शुरू करवा दी गई। अब तक यहां से गुजरने वाली 11 ट्रेनें रद्द की गई हैं।