चुनावी बिगुल तो पहले ही बज चुका था। अब तो परीक्षा की घड़ी नजदीक आ रही है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के निकट आते ही सभी पार्टियां सक्रिय प्रचार-प्रसार में जुट गई है। उधर प्रधानमंत्री मोदी ने भी कर्नाटक में कमल खिलाने की ठान ली है। इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं की विशेष बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने आगामी जीत के गुरु मंत्र भी दिए।
क्या कहा मोदी ने
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से कर्नाटक के हालचाल जाने। उन्हें सलाह दी। वे जनता के बीच जाकर उनकी छोटी-छोटी समस्याओं को पहचाने, नब्ज़ को खंगाले ,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लंबे भाषण की जरूरत नहीं है। सिर्फ अपनी गवर्नमेंट के कार्यों को गिनाए। जिससे कि लोगों को पता चले विकास की रफ्तार किस तेज गति से चल रही है?
कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री मोदी के कर्नाटक दौरे में उन्हें भारी स्नेह प्राप्त हुआ था। इसी का उल्लेख करते हुए। उन्होंने कहा कर्नाटक में जो भी भाजपा नेता प्रचार के लिए जा रहे हैं। उन पर लोग स्नेह की बारिश कर रहे हैं। वहां लोग बीजेपी को पसंद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का एक अनुशासित कार्यकर्ता होने के नाते 2 दिन बाद कर्नाटक के लोगों के बीच आ रहा हूं।
विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर क्या थे मोदी के विचार
मोदी ने पिछले 70 सालों के कांग्रेस के इतिहास को दोहराते हुए उस समय के भ्रष्टाचार और कालेधन पर हमला बोला। उन्होंने अपने संबोधन में कांग्रेस को खरी-खरी सुनाई । मोदी ने कहा जो कुछ उन्होंने 70 साल में नहीं किया। वह हमने 10 सालों में कर दिखाया। इसका जीता जागता उदाहरण एम्स है।
कांग्रेस के गढ़ को जीतने की मोदी की पूरी तैयारी है। कर्नाटक को जीतने के गुरुमंत्र और सलाह देते हुए। उन्होंने कहा कमल खिलाने के लिए कर्मठ कार्यकर्ताओं की एक टीम तैयार करनी होगी। जो लोगों के बीच जाए और जनसाधारण से जुड़कर जमीनी स्तर पर कार्य करें।