कर्नाटक- कर्नाटक में हाई वोल्टेज चुनाव प्रचार का दौर थम चुका है। भाजपा कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता को लुभाने का खुब प्रयास किया। जहां एक और भाजपा ने सत्ता में फिर से काबिज होने के लिए अपना दमखम दिखाया तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को हटाकर खुदकी सरकार बनाने को लेकर। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत के गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी रहा। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां ने मतदाताओं को लुभाने का कोई अवसर नहीं छोड़ा। भाजपा ने आरक्षण के सहारे कांग्रेस के पुराने वोट बैंक दलित और आदिवासी के साथ ही मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा बनाकर हिंदू वोट बैंक को एकजुट करने का प्रयास किया। दूसरी और कांग्रेस की बात की जाए तो कांग्रेस ने इस बार मुस्लिम आरक्षण को चुनावी मुद्दा नहीं बनने दिया।
कर्नाटक चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 19 जनसभाएं की और वोट भाजपा के पक्ष में डालने के लिए प्रचार किया। राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार के दौरान कर्नाटक में सक्रिय नजर आएं, राहुल गांधी 12 दिनों तक कर्नाटक में रहें और जनता को कांग्रेस के पक्ष में करने का प्रयास किया। भाजपा, कांग्रेस तथा जनता दल तीनों ही प्रमुख पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगाने से पिछे नहीं रहीं। तीनों ही पार्टियों के नेताओं ने एक दुसरे पर जमकर निशाना साधा।
पीए से लेकर सीएम तक प्रचार में नहीं रहे पीछे
कर्नाटक चुनाव में चुनावी प्रचार के दौरान भाजपा ने जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक ने रैलियां की और जन सभाओं को संबोधित किया। वहीं कांग्रेस के चुनाव प्रचार के राहुल गांधी से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक ने जन सभाओं का संबोधित किया। और कांग्रेस के पक्ष में वोट के लिए राजस्थान की योजनाओं को कर्नाटक में लागू करने सहित कई वादे किए।
कांग्रेस ने उठाया स्थानीय मुद्दा तो भाजपा ने भी झोंकी ताकत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जनसभाओं को संबोधित किया। साथ ही 6 रोड़ शो, अमित शाह ने 16 जनसभाएं तथा 14 रोड शो किए। जेपी नड्डा ने 16 रोड शो तथा 10 जनसभाएं की। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने 206 जनसभाएं 90 रोड शो कर कर्नाटक की जनता को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया।
कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर जनता का ध्यान केंद्रित किया। इसके साथ ही कांग्रेस के पक्ष में वोट के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी ने भी मोर्चा संभाला, और लगातार जनसभएं की। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बात की जाए तो केंद्रीय नेताओं ने 99 जनसभाएं और 33 रोड शो किए।
कल होगा मतदान
कर्नाटक में एक चरण में विधानसभा चुनाव होगा जिसके अंतर्गत 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतगणना। कर्नाटक विधानसभा में मतदाताओं की बात की जाए तो कुल 5.21 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पुरुष मतदाताओं की संख्या 2.6 करोड़ है और महिलाओं की बात की जाए तो 2.5 करोड़ है। कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है।