Hunters moon: इस वर्ष 28-29 अक्टूबर की रात को खंडग्रास चंद्रग्रहण दिखाई देगा। यह नजारा भारत, रूस सहित यूरोप, अफ्रीका तथा मीडिल इस्ट के कई देशों में दिखाई देगा। इसी दिन अमरीका के कुछ हिस्सों में हंटर मून भी दिखाई देगा जो अपने आप में एक अनोखी घटना होगी।
क्या होता है हंटर मून (Hunters moon)
वैज्ञानिक भाषा में कुछ शर्तों के साथ आंशिक चंद्र ग्रहण को ही हंटर मून कहा जाता है। इस दौरान चंद्र ग्रहण के बाद उपछाया चरण दिखाई देता है जिसमें चंद्रमा एक अलग आकार में दिखाई देता है। यह अमरीका के अलास्का, न्यूयॉर्क और उत्तरी कैरोलिना में दिखाई देगा। आपको बता दें कि हंटर मून केवल चंद्र ग्रहण के समय ही नहीं दिखता है वरन उसके आगे-पीछे कई रातों तक लगातार दिखता है। अगला हंटर मून 2025 में दिखाई देगा।
Solar Eclipse 2024: 2024 में 8 अप्रैल और 2 अक्टूबर को लगेगा सूर्यग्रहण, भारत पर ये होगा असर
क्यों होता है आंशिक ग्रहण
पूर्ण चंद्र ग्रहण में पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य बिल्कुल एक सीध में आ जाते हैं। जबकि आंशिक ग्रहण में ऐसा नहीं हो पाता है। इस वजह से उसके कुछ हिस्से पर ही ग्रहण का प्रभाव दिखाई देता है। इसी प्रकार जब सूर्य ग्रहण के समय पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य पूरी तरह से एक सीध में नहीं होते हैं तो भी आंशिक सूर्य ग्रहण होता है।
चंद्रमा के पास दिखेगा बृहस्पति ग्रह भी
इस बार पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण और हंटर मून के साथ-साथ एक दुर्लभ नजारा और भी दिखाई देगा। इस दिन आकाश में बृहस्पति ग्रह भी चंद्रमा के बिल्कुल नजदीक एक सितारे की तरह दिखाई देगा। हालांकि दोनों ही एक-दूसरे से काफी दूरी पर स्थित हैं लेकिन इस समय वे धरती से देखने पर काफी पास दिखाई देंगे।