मणिपुर हिंसा को लेकर राजनीति और भी तेज हो गई है। विपक्षी गठबंधन इंडिया का एक प्रतिनिधित्व मंडल 29 जुलाई से राज्य के दौरे पर है। इसी क्रम में आज 21 विपक्षी सांसद मणिपुर राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिले। इस दौरान उन्होनें संसद में सरकार पर दबाव डालने के लिए कहा। मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि सभी 21 सांसदों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है।
नजरअंदाज के कारण बिगड़ रही स्थिति
मणिपुर दौरे पर गए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वर्तमान स्थितियों को नजरअंदाज करने के कारण ही हालात और अधिक बिगड़ रहे हैं। उन्होनें कहा कि जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए।
वहीं टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने भी मणिपुर के हालात अच्छे नहीं बताए। उन्होनें कहा कि हम राज्यपाल को सयुंक्त ज्ञापन सौंप कर राज्य में शांति बहाल करने की अपील करना चाहते हैं। सांसद सुष्मिता ने कहा कि हम राज्यपाल से कहेंगे कि वो मणिपुर की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराएं।
राहत शिविरों में भी हाल खराब
कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि हमने मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा किया वहां लोगों की हालत खराब है। एक हॉल में 400-500 लोग रह रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से उन्हें खाने में केवल दाल-चावल ही उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होनें कहा कि जिस तरह से लोग शिविरों में रह रहे हैं वह बहुत ही हृदय विदारक है।