जयपुर। भारत-कनाडा दोनो देशों के बीच जारी कूटनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। जब भी दो देशों में तनाव होता है, तो उनके ताकत की चर्चा जरूर होती है। यही ताकत ही होती है जो दुनिया के देशों से उसको समर्थन दिलाती है। तो आखिर क्या है, भारत-कनाडा की सैन्य ताकत
सैन्य शक्ति के मामले में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है। हाल ही में वैश्विक रक्षा संबंधी जानकारी पर नजर रखने वाली डाटा वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली सैनिकों की सूची जारी की थी। 'सैन्य ताकत सूची 2023' के अनुसार,145 देशों में अमेरिका के पास दुनिया की सबसे मजबूत सैन्य शक्ति है। इस सूची में रूस दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर हैं। वहीं, भारत का इस सूची में चौथा स्थान है। हमारे देश का एनेक्स स्कोर 0.1025 है जहां 0.0000 का स्कोर 'परफेक्ट' माना जाता है।
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वहीं कनाडा की बात करें तो यह भारत के सामने कहीं नहीं ठहरता। हालिया सूची में 145 देशों में से कनाडा की रैंक 27वीं है। इसका इंडेक्स स्कोर भारत से बहुत कम महज 0.3956 ही है। ग्लोबल फायरपावर के आंकड़ों के अनुसार, भारत में सैन्य सेवा के लिए करीब 37 फीसदी आबादी उपयुक्त है। 2,36,23,837 भारतीय हर साल सैन्य आयु तक पहुंचते हैं। देश में अनुमानित सैन्यकर्मियों की संख्या 51,32,000 है। इसमें से 14,50,000 सैन्य कर्मी हैं जबकि रिजर्व कर्मी 11,55,000 हैं। भारत में अर्धसैनिक बलों की संख्या 25,27,000 है। वहीं सेना में 21,97,117 जवान हमारे देश की सेवा कर रहे हैं। इसके अलावा नौसेना और वायुसेना के कर्मियों की संख्या क्रमशः 1,42,252 और 3,10,575 है।
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कनाडा के मैनपॉवर की बात करें तो इसमें भी यह भारत से काफी पीछे है। इसकी कुल आबादी के करीब 35 फीसदी लोग ही सैन्य ताकत का हिस्सा बनने की योग्यता रखते हैं। यहां सालाना 4,20,559 लोग सेना में भर्ती होने के लिए काबिल होते हैं। कनाडा में कुल 94,500 सशस्त्र सैन्यकर्मी हैं। इनमें से 70,000 सक्रिय कर्मी हैं जबकि रिजर्व कर्मी 19,000 हैं। यहां अर्धसैनिक बल 5,500, वायु सेना कर्मी 15,620, सैन्य कर्मी 42,000 और नौसेना कर्मी 15,700 हैं।
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हवाई ताकत में ग्लोबल फायरपावर के मुताबिक,देश की वायुसेना की ताकत आकें तो भारत के पास 2,210 विमानों का स्टॉक है। हमारे पास 577 लड़ाकू विमान हैं, जबकि आक्रमण विमान बेड़े का स्टॉक 130 है। हमारे परिवहन बेड़े की ताकत 98 है। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के पास प्रशिक्षक विमान 353, विशेष-मिशन विमान 73, टैंकर बेड़ा 6, हेलीकॉप्टर 807 और आक्रमण हेलीकॉप्टर 36 हैं।
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कनाडा की हवाई ताकत पर गौर करें तो इसमें भी देश भारत से काफी पीछे है। इसके पास 376 विमान वाहक जबकि 63 लड़ाकू विमान हैं। जहां भारत के पास 130 आक्रमण विमान बेड़े हैं तो वहीं कनाडा के पास एक भी नहीं है। इसके अलावा कनाडा के पास परिवहन बेड़े 28, प्रशिक्षक विमान 132, विशेष-मिशन विमान 27, हेलीकॉप्टर 120 और टैंकर बेड़े छह हैं। भारतीय वायुसेना के पास जहां आक्रमण हेलीकॉप्टर 36 हैं वहीं कनाडाई खेमा इसमें जीरो है।
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भारतीय सेना की जमीनी ताकत कनाडा की तुलना में काफी ज्यादा है। हमारी थलसेना के पास 4,614 टैंक, 100,882 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन, 100 स्व-चालित तोपखाने, 3,311 ट्यूब तोपखाने और 1500 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम हैं। कनाडा की थल सेना हमारी जमीनी ताकत में भी कहीं नहीं टिकती। इसके पास बख्तरबंद लड़ाकू वाहन का स्टॉक 31,852 है। वहीं कनाडाई थलसेना के पास महज 82 टैंकों की ही ताकत है।