Jammu and Kashmir Dispute: भारत के पास मौजूद जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर से चीन और पाकिस्तान ने फिर राग अलापा है। हमेशा की तरह भारत ने जोरदार तरीके से दोनों देशों को खरी-खोटी सुनाने का काम किया है। भारत ने गुरूवार 13 जून 2024 को चीन और पाकिस्तान (China Pakistan vs India) द्वारा संयुक्त रूप से दिए गए बयान में कहे गए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के ‘अनुचित’ संदर्भों को दृढ़ता से खारिज कर दिया।
चीन-पाकिस्तान को भारत ने सुनाई खरी-खोटी
भारत ने चीन और पाकिस्तान के अनुचित सदर्भों के जवाब में कहा कि, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा से भारत के अभिन्न अंग रहे है और रहेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने स्पष्ट तौर पर कहा ‘इस मुद्दे पर भारत की स्तिथि सुसंगत है और संबंधित पक्षों को इस संदर्भ में अच्छे से पता है।’
जायसवाल ने इस दौरान चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत चल रही गतिविधियों और परियोजनाओं पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, इनमें कुछ ऐसे क्षेत्र है जो भारत के है लेकिन पाकिस्तान द्वारा अवैध कब्जे में है। यह भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर आघात है।पाकिस्तान के अवैध कब्जे को मजबूत करने या उसे वैध बताने वाले किसी भी अन्य देश की प्रतिक्रिया का हम दृढ़ता से विरोध करते है और उसे अस्वीकार करते है।
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