जानिए,गौरवशाली भारतीय रेलवे का इतिहास।
आपको कौन सा यातायात साधन पसंद है, क्या रेलवे? भारतीय रेलवे इस साल 16 अप्रैल 2023 को अपने 170 साल पूरे करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक यात्रा में हमें रेलवे का एक संक्षिप्त इतिहास पता होना चाहिए।16 अप्रैल 1853 यही वह तारीख है। जिस दिन भारत की पहली रेल गाड़ी चली। दुनिया में भारतीय रेलवे अपने आप में एक अलग अनोखी पहचान लिए हुए हैं। वैसे ब्रिटेन में पहली ट्रेन 27 सितंबर 1825 में चली थी। इस अंतराल को देखा जाए तो भारत में ब्रिटिश जल्द ही रेल सेवा ले आए।पहली रेलगाड़ी ग्रेट इंडियन पेनिनसुला की पैसेंजर ट्रेन मुंबई से ठाणे चली थी। उस समय इस ट्रेन को 21 तोपों की सलामी दी गई।
क्या था सफर
20 डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाने वाली यह ट्रेन भारत की पहली ट्रेन थी। ट्रेन में सुल्तान, सिंध और साहिब तीन लोकोमोटिव (भाप के इंजन) थे। इस ट्रेन को थाने (ठाणे) तक पहुंचने में लगभग 57 मिनट लगी थी। उस समय इसने लगभग 21 मील की दूरी तय की थी।
आलोचनाओं से घिरी हुई होने पर भी देखा जाए तो यह रेल आधुनिक भारत के निर्माण में महती भूमिका में रही। वर्तमान में इस स्टेशन का नाम छत्रपति शिवाजी टर्मिनस है।
राष्ट्रीयकरण
भारत सरकार ने 1951 में भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण कर दिया। इसे वर्तमान में 17 ज़ोन में बांटा गया है। मेट्रो रेलवे इसका 17वा जोन है। वर्तमान में बढ़ता, राष्ट्रीयकरण को झटका दे रहा है। इस प्रकार के निजीकरण ने सबसे लंबे लंबी दूरी के पसंदीदा वाहन प्रणाली पर सुविधाओं के नाम पर आघात पहुंचाया है। मुंबई जैसी लाइफ लाइन तो पूरी रेलवे पर ही टिकी हुई है। ऐसे में सरकार को बढ़ते निजीकरण पर अंकुश लगाना चाहिए।