Islam me Kitne Nabi hai : स्कूल की किताबों में हमें इस्लाम (Islam Facts in Hindi) के बारे में यही पढ़ने को मिलता रहा है कि आज से 1400 साल पहले से अरब में इस्लाम धर्म का जन्म हुआ और मोहम्मद साहब इस्लाम धर्म के संस्थापक है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। इस्लाम 1400 साल पहले नहीं बल्कि जब से दुनिया बनी है हजरत आदम के जमाने से है। हजरत मुहम्मद तो आखिरी नबी है जिन्हें सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कहा जाता है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि इस्लाम में कितने नबी हुए हैं। ताकि आपको सही जानकारी मालूम हो सके।
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इस्लाम में कितने नबी है (Islam me Kitne Nabi hai)
1445 साल पहले अरब के पवित्र शहर मक्का में हम सबके प्यारे आक़ा कायनात के आखिरी रसूल, हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म हुआ था। नबी ए करीम मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को मिलाकर लगभग एक लाख चौबीस हज़ार 1,24,000 नबी (Islam me Kitne Nabi hai) इस दुनिया में आ चुके हैं। यानी इस्लाम में 1 लाख चौबीस हजार नबी है। जिनमें मुहम्मद साहब आखिरी नबी है। उनके बाद अब कयामत तक कोई नबी नहीं आएगा।
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नबी और रसूल में क्या फर्क है
(Nabi aur Rasool mein kya Farq hai)
कई जगह आपने रसूल शब्द भी सुना होगा। दोनों में फर्क है। नबी तो सारे 1 लाख चौबीस हजार हुए हैं, लेकिन रसूल केवल चंद अंबिया ही हुए हैं। रसूल का अरबी में अर्थ अल्लाह का संदेशवाहक अथवा मैसेंजर ऑफ़ गॉड होता है, जिसे अल्लाह की तरफ से शरीयत यानी इस्लामी कानून मिला हो। वही नबी शब्द का अर्थ केवल संदेशवाहक के तौर पर लिया जाता है।
इस्लाम के 5 बड़े रसूल कौनसे हैं (Islam Facts in Hindi)
इस्लाम (Islam Facts in Hindi) के 5 सबसे बड़े रसूल की सूची में हज़रत नूह, हज़रत इब्राहिम, हज़रत मूसा, हज़रत ईसा और आखिरी रसूल हजरत मुहम्मद साहब (Prophet Muhammad Sahab) का नाम शुमार है। इन सभी 5 बुलंद रसूलों ने अल्लाह से सीधे शरिया कानून हासिल किया था। कुरान के अनुसार पैगंबरे इस्लाम मुहम्मद साहब को मिली शरीयत ही कयामत तक चलेगी। यह शरीयत सबसे शुद्ध मानी गई है।
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इस्लाम को लेकर गलतफहमियां
दुनिया में आजकल इस्लाम को लेकर कई तरह की गलतफहमियां फैली हुई है। मौजूदा दौर में इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ा जा रहा है। हर किसी चीज को जिहाद का नाम दे दिया जाता है। जबकि इस्लाम नफ़रत नहीं बल्कि मुहब्बत और भाईचारे का मजहब है। जरूरत है तो बस इस्लाम और क़ुर्आन शरीफ की सही जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की।