ISRO का सूर्य यान Aditya L1 शनिवार को सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद से सफलतापूर्वक अपने मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। आज रविवार को आदित्य एल1 ने पहली बार अपनी कक्षा बदली। सूर्य यान आज दूसरी कक्षा में स्थापित हो गया है, अब यह अगले 16 दिन तक पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा करेगा। इसके बाद सूर्य की ओर रवाना होगा।
16 दिन में पांच बार बदलेगा कक्षा
Aditya L1 अगले 16 दिनों में पांच बार पृथ्वी की अलग-अलग कक्षाओं में परिक्रमा करेगा। इसके बाद थ्रस्टर फायर कर इसे पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित लैंग्रेज प्वाइंट की ओर भेजा जाएगा। आदित्य एल1 का अगला कक्षा परिवर्तन पांच सितंबर 2023 को देर रात लगभग तीन बजे होगा।
चार महीनों की यात्रा के बाद पहुंचेगा सूरज के करीब
इसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आदित्य एल-1 अगले चार महीनों में 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इसके बाद यह लैंग्रेज प्वाइंट पर स्थापित होकर सूर्य की परिक्रमा करते हुए उसका अध्ययन करेगा। हालांकि इस मिशन में बहुत सारी चुनौतियां भी सामने आएंगी लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों को इस मिशन के सफलतापूर्वक पूरा होने की उम्मीद है।