Jumma Mubarak Shayari: हफ्ते का पांचवा दिन शुक्रवार मुस्लिम बंधुओँ के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन को जुम्मा (Jumma) कहा जाता है। जुम्मे की नमाज के बाद मुस्लिम भाई एक दूसरे को मुबाकरबाद देते हैं। सोशल मीडिया के दौर में आजकल एक दिन पहले से ही जुम्मा मुबारक के स्टेटस और शायरी शेयर किये जाते हैं। इन 5 Jumma Mubarak Shayari को आप अपने मुस्लिम मित्रों को जुम्मे के दिन भेज सकते हैं। इस दिन मुस्लिम नहा धोकर नये कपड़े पहनकर इत्र लगाकर जुम्मे की नमाज शुक्रवार की दोपहर में अदा करते हैं। इसे छोटी ईद भी कहा जाता है। इस दिन खास खुत्बा होता है। जुमे के दिन की कुरान और हदीस में बड़ी फजीलत बयान की गई है। तो पेश है जुम्मे के दिन की स्पेशल शायरी जो आप लोग शेयर कर सकते हैं।
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जुम्मे की शायरी (Jumma Mubarak Shayari Hindi)
1
इंसान का मुक़द्दर बार-बार हर बार बदलता है,
जितनी बार वह अपने मौला से दुआ करता है।
“जुम्मा मुबारक”
2
सभी के दिल में मौला तू, अली के दिल में मौला तू,
के सब को चाहता है तू, नबी के दिल में मौला तू।।
“जुम्मा मुबारक”
3
दुआ मांग लिया करो दवा से पहले,
कोई नही देता शफ़ा अल्लाह से पहले।
“जुम्मा मुबारक”
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4
बड़ा ही शुक्र है या रब,
दुआ में उठ रहे हैं लब।
मांगू मैं क्या नहीं पता,
मुझे तूने दिया हैं सब।।
“जुम्मा मुबारक”
5
जिंदगी में हर क़दम पर खताएं हैं बहुत,
पर साथ मेरे वालिदैन की दुआएं हैं बहुत।
इश्क़ में डूब जा मगर इतना तू याद रख,
ऐतबार ए हुस्न में अक्सर सजाएं हैं बहुत।।
“जुम्मा मुबारक”