हिंदू धार्मिक मान्यताओं में चार धाम यात्रा प्रत्येक हिंदू की पहली मनोकामना होती है। इन्हीं चार धाम में उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के कपाट अब श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं।
आज मंगलवार सुबह 6:20 पर केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए। भव्य सजावट से सुसज्जित मंदिर के प्रांगण की शोभा देखते ही बनती है। मंदिर के प्रमुख पुजारी जगतगुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य ने मंदिर के कपाट खोले। जिसे सोमवार की पूर्व संध्या से ही लगभग 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया था।
खराब मौसम की वजह से हजारों श्रद्धालु अभी केदारनाथ नहीं पहुंच पाए। पिछले 72 घंटों से केदारनाथ में बर्फबारी जारी है। इसी के चलते बड़ी तादाद में श्रद्धालु रास्ते में रुके हुए हैं। केदारनाथ कपाट खुलने के साथ ही वहां भारी सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है।
सुबह 5:00 बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। प्राचीन परंपरागत धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति डोली में रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची ।जहां भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए। मंदिर परिसर में दर्शनार्थ श्रद्धालु सुबह तड़के से ही लंबी कतारें लगाएं खड़े थे। जबकि वहां का तापमान माइनस 6 डिग्री के आसपास है।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार करीब 8000 से ज्यादा लोग आज बाबा के दर्शन करेंगे।
मौसम विभाग की चेतावनी
उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ के पैदल रास्ते में भारी बर्फबारी और मौसम खराब होने की चेतावनी के चलते तीर्थ यात्रियों का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक रोक दिया है। यहां पिछले 72 घंटे से बर्फबारी हो रही है। हिमस्खलन का डर है। केदारनाथ घाटी में अगले एक हफ्ते तक मौसम खराब रहने का अनुमान है। ऐसे में आईएमडी ( भारतीय मौसम विभाग) ने केदारनाथ धाम और उसके मार्ग में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। एवेलॉन्च की भी संभावना बताई जा रही है। बारिश भी रुक रुक कर हो रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अपने साथ जरूरी सामान और गर्म कपड़े रखने की सलाह दी है। साथ ही अपना मेडिकल सर्टिफिकेट भी साथ रखें।