25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे। बर्फबारी तभी से जारी थी। अब पिछले 10-15 दिनों से लगातार केदारनाथ में बर्फबारी हो रही है। इस बीच यात्रियों को सुरक्षित टैंटों में ठहराया गया है।
हिंदू मान्यता के अनुसार चार धाम मनुष्य के यात्रा का एक सुखद पड़ाव है। जिस पर जाने की अभिलाषा अधिकांश भारतीयों को होती है। भारतीय ही नहीं पर्वतारोही और पर्यटक भी ऐसे दर्शनीय स्थलों पर समय-समय पर भारत में आते रहते हैं, ऐसे में इन तीर्थ स्थलों पर अनेक तीर्थयात्री और पर्यटक फंसे हुए हैं। देश के विभिन्न राज्यों और बाहर से आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं को देखते हुए प्रशासन ने अच्छे बंदोबस्त कर रखे हैं। खराब मौसम के बावजूद भी तीर्थ यात्रियों में केदारनाथ, बद्रीनाथ के दर्शन करने का भारी उत्साह देखा जा रहा है।
मंगलवार शाम को भी केदारनाथ में बर्फबारी हुई है। वही सोमवार रात भी केदारनाथ धाम में लगभग 3 घंटे बर्फबारी हुई। ऐसे में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ रही है। लोग हेलीकॉप्टर सुविधाएं ले रहे हैं। यहां हेलीकॉप्टर सुविधा बहुत महंगी है। ऐसे में सरकार को भी इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
दर्शनार्थियों को टैटो में ठहराया गया है। जहां टेंट संचालक टेंट से बर्फ हटा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को की रात करीब आधा फिट बर्फ गिरी है। सुबह हल्का फुल्का मौसम साफ रहा। किंतु बादल अभी भी छाए हैं।
प्रशासन, पुलिस सतर्क
केदारनाथ में बर्फबारी के बीच फंसे यात्रियों को लेकर राज्य सरकार, प्रशासन और पुलिस व्यवस्था सतर्क और सजग है। तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए उनके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। टेंट, रहने, खाने के साथ-साथ अलाव और आपातकालीन सुविधाओं की भी व्यवस्था पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही है।
वही मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बाद उत्तराखंड सरकार ने कड़ा कदम लेते हुए। इस धाम के लिए श्रद्धालुओं के नए पंजीकरण पर 15 मई तक रोक लगा दी।