बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को विपक्ष की बैठक होने जा रही है। वहीं आम आदमी पार्टी इस बैठक को लेकर मंथन करने में जुटी है। दरअसल लंबे समय से आप पार्टी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांग रही है लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। माना जा रहा है कि आप पार्टी विपक्ष की इस बैठक का बायकॉट भी कर सकती है। इसके लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी सबसे बड़ी डिसीजन मेकिंग बॉडी पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बड़ी बैठक बुलाई है। शाम 4 बजे होने वाली इस मीटिंग में पंजाब के सीएम भगवंत मान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे।
इस बात पर होगी चर्चा
केंद्र के अध्यादेश को लेकर लंबे समय से आप पार्टी और कांग्रेस के बीच नाराजगी चल रही है। आज की बैठक में इस बात का फैसला लिया जा सकता है कि आप पार्टी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होगी या नहीं। कांग्रेस के जवाब नहीं देने पर आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप में भी नाराजगी है। ऐसे में कल की बैठक में ना जाने को लेकर भी मंथन हो रहा है।
हालांकि शनिवार को कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही राज्यों में निर्वाचित सरकारों के संघीय ढांचे पर किसी भी हमले का विरोध किया है। आगे भी कांग्रेस ऐसा करती रहेगी। कांग्रेस ने सीधे तौर पर अध्यादेश का जिक्र नहीं किया लेकिन इसे बड़ा संकेत माना जा रहा है।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस ने आगामी संसद के मानसून सत्र को लेकर भी बैठक की, जिसमें उन मुद्दों पर चर्चा की गई जो इस सत्र में उठाए जाने वाले हैं। वहीं माना जा रहा है कि अगर संसद में अध्यादेश को लाया जाता है तो कांग्रेस इसका विरोध कर सकती है। कांग्रेस आप पार्टी का समर्थन देने का फैसला ले सकती है।