- श्री कृष्ण जन्माष्टमी
- कुष्ण के देश में प्रसिद्ध,10 मंदिर
Krishna Janmashtami famous temple 2023: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूरे देश में भादो मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी को हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव को उनके भक्त देश ही नहीं विदेशों में भी उत्साह के साथ मनाते हैं। मंदिरों में कई दिनों पहले से ही विशेष भजन और श्रंगार का आयोजन किया जाता है। छोटे से बड़े मंदिरों में सुबह से ही दर्शन करने वालों की कतारें लगना शुरू हो जाती हैं। देश में भी ऐसे अनगिनत मंदिर हैं जहां भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचती है। वहीं कृष्ण के जन्मोत्सव पर तो कई मंदिर ऐसे हैं जहां देशभर से ही नहीं विदेशों से भी कृष्ण भक्त दर्शन करने आते हैं। श्रद्धालु के दर्शन के लिए यहां कई तैयारियां भी की जाती हैं और भव्य सजावट भी होती है। आज श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर हम ऐसे ही 10 मंदिरों की बात करते हैं जो बेहद प्रसिद्ध हैं।
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1 जगन्नाथ पुरी मंदिर-
पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर करीब 800 साल पुराना बताया जाता है। कई विशेषताओं के साथ यहां मंदिर के शिखर पर लगा झंडा हमेशा चर्चा का विषया रहता है। जो हवा की विपरीत दिशा में ही लहराता है। यहां और भी कई रहस्यों की बातें होती हैं।
2 वृंदावन इस्कॉन मंदिर-
वृंदावन में इस्कॉन मंदिर की स्थापना 1975 में हुई थी। इस मंदिर में देश ही नहीं विदेशी भक्त भी आते हैं। यहां स्थित कृष्ण की प्रतिमा बहुत सुंदर है। जन्माष्टमी पर यहां कई आयोजन किए जाते हैं।
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3 श्रीनाथ जी मंदिर, नाथद्वारा-
श्रीनाथ जी मंदिर राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित है। यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर 12वीं शताब्दी में बना था। यहां स्थापित मूर्तियां मेवाड़ के राजा गोवर्धन की पहाड़ियों से औरंगजेब के हाथों से बचाकर लाए थे। यह मंदिर अपनी स्थापत्य कला के लिए भी जाना जाता है।
4 बालकृष्ण मंदिर, कर्नाटक-
बालकृष्ण मंदिर कर्नाटक के हंपी में बना है। इस मंदिर में कृष्ण के बाल रूप की प्रतिमा विराजमान है। UNESCO वेबसाइट पर भी इस मंदिर के बारे में बताया गया है।
5 इस्कॉन मंदिर, बेंगलुरु-
भारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में स्थित है। यह मंदिर 1997 में बना था।
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6 श्री कृष्ण मठ, उडुपी-
कर्नाटक में बना यह मंदिर 13वीं सदी मे बना था। इस मंदिर के पास बने तालाब में मंदिर का प्रतिबिंब दिखता है।
7 श्री रणछोड़राय मंदिर-
गोमती नदी के किनारे डाकोर गुजरात में बना यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। यहां 8 गुंबद और 24 बुर्ज बने हुए हैं। जहां सोने का काम किया गया है। इस मंदिर में कृष्ण के साथ लक्ष्मी जी मूर्ति भी है।
8 गोविंद देव जी मंदिर-
यह वो मंदिर है जिसे भगवान कृष्ण के बचपन के घर के रूप में दिखाया गया है। लाल रंग के पत्थर से बना मंदिर वास्तुशिल्प का चमत्कारी मंदिर है। यह मंदिर भी भगवान श्री कृष्ण के बचपन को समर्पित है।
9 प्रेम मंदिर-
प्रेम का मंदिर के रूप में जाना जाने वाला विशाल प्रेम मंदिर है। इसे जगदगुरु कृपालु महाराज और उनकी संस्था ने बनवाया था। यह मंदिर राधा- कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है। यह मंदिर राधा कृष्ण के साथ-साथ सीता राम को भी समर्पित है। यहां बनी झांकियों को देखकर हर कोई अपनी नजर नहीं हटा पाता है।
10 राधा रमण मंदिर-
वृद्धावन के प्रसिद्ध मंदिरों में राधा रमण मंदिर का नाम भी शामिल है। जैसा की नाम से पता चलता है राधा रमन यानि राधा को प्रसन्न करने वाला मंदिर। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित यह मंदिर आधुनिक हिंदू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के पीछे की खास बात जानकर आप हैरान हो जाएंगे। भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम को दर्शाने वाले इस मंदिर में राधा की एक भी मूर्ति देखने को नहीं मिलेगी। यहां पर भगवान कृष्ण के बगल में एक भव्य मुकुट है उसे ही राधा की उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है।