मणिपुर में 3 मई से शुरू हिंसा के बीच ही इंटरनेट सेवाएं शुरू करने का आदेश दे दिए गए हैं। यहां पिछले 83 दिन बाद ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू की जाएंगी। इनके लिए पहले कुछ शर्तें भी रखी गई हैं।
पुलिस कर रही है वीडियो बनाने वालों की गिरफ्तारी के प्रयास
राज्य पुलिस यहां पर उन लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयासों में लगी हुई है। जिन्होंने यहां महिला की हत्या का वीडियो वायरल किया है। जिसे मणिपुर का बताया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि हथियारबंद लोगों ने मणिपुर में महिला की हत्या कर दी। जो कि वहां का न होकर म्यांमार का वीडियो है। जिसे वहां पर शांति भंग करने के मकसद से फैलाया जा रहा है पुलिस के अनुसार 24 जुलाई को एक केस दर्ज हुआ है।
मणिपुर में 3 मई से हिंसा शुरू होने के बाद थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा थोड़े समय शांत होने के बाद महिलाओं के निर्वस्त्र कर घुमाने वाले वीडियो ने फिर से माहौल गरम कर दिया था। शनिवार को रात में चुरचांदपुर और इंफाल के पास फिर से फायरिंग हुई। वहां मैतई और कुकी समुदाय आमने-सामने हो गए थे।
दोनों समुदायों ने ऑटोमैटिक रायफल्स, पॉम्पी गन्स, विस्फोटकों से हमला किया गया। उधर थोरबुंग, कांगवाय के कई इलाकों में भी फायरिंग की घटना सामने आई है। बिष्णुपुर के थोरबुंग में भीड़ ने स्कूल और कई घरों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान हिंसा को काबू करने के लिए जवान तैनात किए गए।
कुकी समुदाय की ओर से मंगलवार को मिजोरम में एक रैली भी निकाली गई। मणिपुर में मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने सरकारी दफ्तरों को बंद रखने का आदेश भी दिया।