देश के नेता राजनीति की बात करें और उसमें धर्म का नाम नहीं आए तो वह राजनीति फीकी—फीकी नजर आती है। ऐसा ही कुछ इन दिनों यूपी के अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम के मंदिर को लेकर देखने को मिल रहा है। क्योंकि ram mandir की लड़ाई कई दशकों पूरानी है और अब विवाद खत्म हो गया है लेकिन राजनीति खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। राम सब के लिए आस्था का विषय है लेकिन उनके नाम पर राजनीति करना भी सबके फायदे का सौदा है।
BJP और कांग्रेस राम को लेकर हमेशा एक दूसरे के खिलाफ ही रही है लेकिन इन दिनों कांग्रेस के सामने ऐसा धर्मसकंट आया है की वह समझ नहीं पा रही है कि उसे इस मामले को लेकर अपना क्या विचार जनता के सामने रखना चाहिए। वहीं दूसरी ओर बीजेपी इस मामले को लेकर अभी से 2024 के Lok Sabha elections में Modi government की हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुट गई है। बीजेपी ने राम मंदिर के लड़ाई के लिए हमेशा से अपना एक ही विचार रखा है और आज भी उस पर वह कायम है, लेकिन विपक्ष के अन्य दल राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर कई सवाल खड़े कर रहे है कि मंदिर को लेकर बीजेपी राजनीतिक फायदा लेना चाहती है।
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2024 के Lok Sabha elections की पीच तैयार
बीजेपी ने 2024 के Lok Sabha elections को लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी है और इसको लेकर वह हर राज्य में अपने नेताओं को राम मंदिर को लेकर जनता तक उसके कार्यो की बात पहुंचाने का जिम्मा सौंप दिया है। लेकिन बीजेपी ने यह पहले ही तय कर लिया था कि उसने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादा किया है और इसी वजह से वह जनता से वोट मांग रही हैं। BJP के लिए राम मंदिर पर वोट मांगना नई बात नहीं है और उसने इसका जिक्र कई बार किया है। लेकिन अब राम मंदिर वास्तव में तैयार होकर राम भक्तों के लिए खुल गया है तो फिर BJP राम के नाम पर वोट मांगने में पीछे नहीं रहेगी। 2024 में बीजेपी राम मंदिर के सहारे चुनावी मैदान में हैट्रिक लगाने उतरेगी और इसकी झलक 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में दिखेगी।
विपक्ष राम के नाम पर बंट गया
राम के नाम को लेकर कुछ विपक्षी दल बीजेपी को घेर रहे है, लेकिन इसके बाद भी वह इस समारोह में जाने से डर रहे हैं। क्योंकि राम मंदिर को लेकर विपक्षी दल के बोल हमेशा से विरोधी रहे है और उनको इस बात की चिंता है कि अगर वह जाते है तो उनके मुस्लिम वोट बैंक पर असर होगा। लेकिन राम मंदिर को लेकर बीजेपी जिस प्रकार से चुनावी तैयारी में लगी है उसी बात से विपक्ष की रातों की नींद उड़ी हुई है और वह इस समारोह को राजनीति का मंच बता रही है।
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2024 मोदी सरकार की हैट्रिक
2024 के लोकसभा चुनावों में ज्यादा समय नहीं बचा है और ऐसे में अब बीजेपी राम के नाम पर वोट मांगने की तैयारी कर चुकी है। क्योंकि राम मंदिर को लेकर बीजेपी से एकतरफा लड़ाई लड़ी है और आज इसका नतीजा मंदिर के रूप में मिला है तो वह इस मौके का फायदा भी पूरा उठाएगी। मोदी सरकार की हैट्रिक को रोकने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है लेकिन इसके बाद भी उसे डर है कि बीजेपी राम के नाम पर वोट मांगकर उनका गणित बिगाड़ सकती है। BJP इस बार पूरी तरह से जीत को लेकर आश्वस्त है की राम के नाम पर उनको इस बार लोकसभा चुनावों में सबसे बड़ी जीत मिलेगी।