- स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहना जोधपुरी साफा
- जोधपुरी साफे की खासियत
- कई मौकों पर पहन चुके राजस्थानी साफा
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी। खास-खास मौकों पर पीएम मोदी की वेशभूषा भी बहुत खास होती है। 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी के सिर पर राजस्थान की शान नजर आई। लोक संस्कृति के जानकार डॉ. श्रीकृष्ण जूगनू के अनुसार प्रधानमंत्री ने जोधपुरी साफा पहना है।
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जोधपुरी साफे की खासियत
मारवाड़ के जोधपुरी साफे की पहचान देश-विदेशों में है। इसका इतिहास काफी पुराना है। पहले इसे जातीय आधार पर पहना जाता था। पगड़ी का हर एक रंग जाति विशेष से जुड़ा होता था। साधारणतया 7,8 और 9 मीटर की लंबाई का यह साफा बांधा जाता है. अलग अलग तरीके से बांधे जाने वाला यह साफा मार्केट में 140 से 5000 रुपये तक का है। कुछ लोग गोल साफा बांधते हैं। मारवाड़ में महाराजा अजीत सिंह-प्रथम से महाराजा मान सिंह जी (1843 ईस्वी) के शासनकाल से फेंटा भी प्रचलित था। लेकिन कहा जा सकता है कि वर्तमान रूप में प्रचलित जोधपुरी साफा महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय के शासनकाल से प्रचलित हुआ था।
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कई मौकों पर पहन चुके राजस्थानी साफा
यह पहला अवसर नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थानी साफा पहना हो। इससे पहले भी वो खास मौकों पर पहनी गई पगड़ी चर्चा में रही। इस साल गणतंत्र दिवस पर भी पीएम मोदी ने राजस्थान का जोधपुरी पचंरगी मोठड़ा साफा पहना था। 2019 में भी 15 अगस्त पर लहरिया पैटर्न वाले साफे में नजर आए थे। ऐसे ही स्पेशल फेस्टिवल पर पीएम मोदी राजस्थानी वेशभूषा को पहनना पसंद करते हैं।