मानसून ने देश के कई इलाकों में पिछले कुछ घंटों में तबाही का सा मंजर बना दिया है। सावन के पहले सोमवार को ही बारिश के कारण लोगों को देशभर में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी दिल्ली सहित मुंबई, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ कई राज्यों में बारिश से बाढ़ के से हालात बने हुए हैं। बीते दिन में ही कई राज्यों से लैंडस्लाइड की कई घटनाएं सामने आई हैं। वहीं 50 से ज्यादा मौतों की बात सामने आ रही है।
मौसम विभाग की मानें तो देश में अब तक कुल बारिश सामान्य से ज्यादा हो चुकी है। आंकड़ों की मानें तो देश में सामान्यत 9 जुलाई तक बारिश 239 मिमि तक होती थी। जो अब बढ़कर 243 मिमि हो चुकी है। यह सामान्य बारिश से ज्यादा है।
दिल्ली में ही बारिश का पिछले करीब 40 सालों का रिकाॅर्ड टूट गया है। दिल्ली, राजस्थान, पंजाब के आदि में सड़कें नदी में तब्दील हो गई हैं। वहीं यमुना नदी के जलस्तर को लेकर प्रशासन की ओर से चेतावनी दी गई है कि यह खतरे के निशान को कभी भी पार कर सकता है।
हिमाचल में बारिश से स्थिति बेकाबू होने के हालात बने हुए हैं। जहां प्रशासन की ओर से लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे अगले 24 घंटों तक घरों में ही रहें। यहंा भुंतर इलाके में तेज बारिश के कारण पिछले कई घंटों से लोगों के फंसे होने की भी सूचनाएं आ रही हैं। यहां 2 जगह बादल फटने की भी सूचना आ रही है और नदी-नालों के खतरे के निशान से उफपर बह रहे हैं।
पंजाब के सतलुज दरिश के पास के इलाकों से बारिश के कारण करीब 20 गांवों को प्रशासन की तरफ से खाली करवाया गया है। वहीं कुल्लू में पार्वती और तीर्थन नदी में भी उफान आ रहा है। जहां जगह-जगह से गाड़ियों के बहने की सूचना मिल रही है।
दूसरी ओर लेह लद्दाख और हिमाचल से कई घरों के गिरने की भी खबर आ रही है।
राजस्थान के निचले इलाकों में कई जगह पानी भरने की सूचना मिल रही है। जिससे जगह जगह लम्बे जाम से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं यहां भी नालों में खतरे के निशान से ज्यादा पानी आने से जनजीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है।