2008 के मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा। इसके लिए अमेरिका की एक अदालत ने अनुमति दे दी है। मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे जिसके पीछे पाकिस्तानी मूल के कनाडाई बिजनेस मैन तहव्वुर राणा का हाथ था। 2020 में राणा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए केस दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद अब अमेरिकी अदालत ने भारत प्रत्यर्पित करने की अनुमति दे दी है। अब राजनयिक नियमों के तहत राणा को भारत लाया जाएगा।
2008 में हुआ था हमला
साल 2008 में मुंबई की ताज होटल पर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने हमला किया था। इस दौरान वहां देशी-विदेशी पर्यटक मौजूद थे। हमले में विदेशी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हुई थी। मुंबई में यह हमला अलग-अलग स्थानों पर 60 घंटों तक जारी रहा। इस हमले में तहव्वुर राणा की भी अहम भूमिका थी। उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन राणा के वकील ने इसे गलत बताते हुए उसकी गिरफ्तारी का विरोध किया था। अमेरिका की कोर्ट में तर्क दिया गया कि उसका दोस्त डेविड कोलमैन लश्कर का आतंकी है यह बात राणा को पता थी इसके बावजूद राणा ने उसकी मदद की। एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
26/11 अटैक के मामले में प्रत्यर्पण संधि के तहत अमेरिका की अदालत ने यह फैसला सुनाया है। बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण की संधि है। इसी के तहत यह फैसला लिया गया है। कुछ दिनों पहले रिपोर्ट आई थी कि NIA मुंबई हमलों के मुख्य आरोपी के खिलाफ प्रत्यर्पण की तैयारी कर रही है। अब एनआईए अमेरिका की मदद से तहव्वुर को जल्द ही भारत लेकर आएगा।