Muslim Topi: सिर पर टोपी, लंबी दाढ़ी, और सफेद कुर्ता पाजामा हमने आपके सामने मुस्लिम बंधुओं की तस्वीर खेंच दी है। पूरी दुनिया में दूसरे नंबर पर आने वाला इस्लाम धर्म अपनी खासियत के लिए जाना जाता हैं। भले ही 72 फिरकों में बंटे हो, लेकिन मुसलमान कहीं का भी हो वह सिर पर टोपी जरूर लगाएगा। दूसरे धर्म के लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर मुसलमान टोपी (Muslim Topi) क्यों लगाते हैं? इसको लेकर अलग-अलग बातें कही जाती हैं, कुछ लोगों का कहना है कि टोपी एहतराम यानी इज्जत जाहिर करने का एक इस्लामी तरीका है तो वहीं कुछ लोग इसे जियोग्राफी से भी जोड़ते हैं। तो चलिए हम जान लेते हैं कि मुसलमानों के टोपी पहनने के पीछे क्या लॉजिक है।
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उलमा हजरात कहते हैं कि टोपी पहनना इस्लाम में फर्ज यानी जरूरी नहीं बल्कि वाजिब सुन्नत है। नमाज और दूसरे फर्ज अदा करने के दौरान भी टोपी पहनना अच्छी बात है, लेकिन ये नहीं पहनेंगे तो गुनाह नहीं होगा। बल्कि टोपी पहनना सुन्नत है और नमाज तथा कुरान शरीफ की तिलावत करने के दौरान इसे पहनना शिष्टाचार माना जाता है। यानी अगर कोई मुसलमान नमाज के दौरान टोपी नहीं पहनता है तो उसकी नमाज हो जाएगी। वहीं अगर कोई शख्स फैशन की वजह से गलत नीयत से नमाज में टोपी नहीं पहनता है तो उसकी नमाज मकरूह मानी जाएगी, यानी नमाज कुबूल नहीं होगी।
हालांकि इबादत के समय केवल मुसलमानों में ही टोपी या साफे से सिर ढकने का रिवाज नहीं है। बल्कि दीगर मजाहिब यानी दूसरे धर्मों में सिर ढकने को तवज्जो दी गई है। जैसे ईसाई धर्म में पोप सिर पर टोपी पहनते हैं। साथ ही यहूदी भी किप्पा नामक टोपी धारण करते हैं। सिखों में पगड़ी पहनना एक पुण्य का काम समझा जाता है।
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इस्लाम धर्म में टोपी के साथ ही मौलाना और उलमा एक खास किस्म की पगड़ी पहनते हैं। जिसे अमामा या दस्तार भी कहा जाता है। नमाज और कुरान शरीफ की तिलावत के दौरान टोपी तो पहनी ही जाती है, लेकिन इसके अलावा तकरीर यानी धार्मिक सभाओं के दौरान भी लोग साफा पहने नजर आते हैं। अजमेर दरगाह में भी जियारत करने के बाद गुलाबी रंग का साफा पहनाते हैं जिसे दस्तारबंदी कहा जाता है।
भारत के युवा मुस्लिमों में इन दिनों तुर्की टोपी पहनने का क्रेज है। यूट्यूब पर वहां का एक सीरियल एर्तुरुल गाजी काफी मशहूर हुआ है। उसका उर्दू डब वर्जन भारत में काफी देखा गया है। उसमें मुख्य किरदार Ertugrul द्वारा पहनी गई काई कबीले की टोपी इन दिनों मार्केट में डिमांड में है। पाकिस्तान में सिंधी टोपी पहनी जाती है, जिसमें सामने की ओर कट रहता है। वही कश्मीर में जिन्ना टोपी काफी प्रसिद्ध है।
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