भारतवर्ष की गंगा जमुनी तहज़ीब की पूरी दुनिया में मिसाल दी जाती है। कई सभ्यताएं आई और गई लेकिन कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। चंद नफ़रती ताकतें भारत की इस संस्कृति को हाशिये पर ले आई है, लेकिन आम भारतीय आज भी सद्भावना में यकीन रखता है। राम मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर संपूर्ण भारतवर्ष इस समय राममय हो चुका है। ऐसे में मुस्लिम बंधु भी भला कहां पीछे रहने वाले है। 22 जनवरी को वे भी अपने घरों में चिराग जलाकर रामजी के आगमन की खुशियां मनायेंगे। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आम भारतीय मुसलमानों के लिए यह आव्हान किया गया है।
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22 जनवरी को मुस्लिम भाई जलाएंगे दीपक
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक सैयद रजा हुसैन रिजवी के अनुसार भगवान श्रीराम पूरे देश के राष्ट्र नायक हैं। उनकी जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है। मुसलमान भी अन्य धर्म के मानने वालों की तरह देश का विकास चाहता है। इसलिए हम सब 22 जनवरी को घरों में दीपक जलाकर और दरगाहों पर चादर चढ़ाकर मुल्क़ की तरक्की और खुशहाली की दुआ मागेंगे।
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गंगा जमुनी तहज़ीब कायम रहनी चाहिए
पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की हदीस है जिस मुल्क़ में रहो उस मुल्क़ के कानून पर अमल करो और उस मुल्क़ से मुहब्बत करो। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि मुसलमान भारत का अटूट हिस्सा हैं और अमन व शांति के तलबगार हैं। सदियों पुरानी यह गंगा जमुनी तहज़ीब हमें आने वाली नस्लों तक सुरक्षित पहुंचानी होगी। वाकई में सोचने वाली बात है। अगर हम नफ़रत को भुलाकर एक होकर रहे तो कोई भी हमें तोड़ नहीं सकता है।