28 मई को नई संसद के उद्घाटन समारोह के दौरान पहलवानों ने संसद के बाहर बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग में प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के साथ दुर्व्यवहार किया। इसके चलते बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक सहित सभी पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया था। लेकिन भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के कहने पर रुक गए। हरिद्वार में गंगा में मेडल विसर्जन करने पहुंचे पहलवानों टिकैत ने कहा कि अगर उन्हें मेडल नहीं रखने है तो गंगा में बहाने के बजाय राष्ट्रपति को सौंप दें।
नरेश टिकैत के समझाने के बाद पहलवान मुजफ्फरनगर स्थित उनके घर बातचीत के लिए गए। पहलवानों और टिकैत के बीच बाच होने के बाद नरेश टिकैत ने 1 जून को सोरम गांव में खाप पंचायत करने का ऐलान किया। इस खाप पंचायत में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और यूपी के खाप चौधरी हिस्सा लेंगे। इस दौरान 5 दिनों के अल्टीमेटम में सरकार पर बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर दबाव बनाया जाएगा।
खाप पंचायत का ऐलान करने के साथ ही नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार तो बिल्कुल नाश करने के पीछे लग हुई है क्योंकि कुत्ता अगर काट ले तो उसको काटा नहीं जाता उसके इलाज के लिए देखा जाता है। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर कार्रवाई के लिए पहलवानो ने केंद्र सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है।