मणिपुर में 3 मई से शुरु हिंसा में कई लोगों की मौत हुई और अन्य नुकसान हुए। आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान मैतेई की अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग के विरोध में यह हिंसक झड़प शुरु हुई थी। मणिपुर हिंसक झड़प से जुड़े लोगों पर लगाम लगाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने सख्ती दिखाई है। शाह ने मणिपुर के सीएम को निर्देश जारी करते हुए कहा कि हिंसा के जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाए। इससे पहले सीएम बीरेन सिंह ने दिल्ली में शाह को मणिपुर स्थिति से अवगत कराया।
गृहमंत्री शाह ने दिए मणिपुर सीएम को निर्देश
आरक्षित वन भूमि से कूकी ग्रामीणों को बेदखल करने पर पैदा हुए तनाव ने हिंसा का रुप लिया और कई आंदोलन हुए। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को स्पष्ट निर्देश जारी किए है। उन्होने कहा कि मणिपुर हिंसा से जुड़े लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्हें किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा शाह ने राज्य में सभी जातीय समुदायों के साथ मेगा आउटरीच कार्यक्रम शुरु करने के भी निर्देश दिए है।
गृह मंत्रालय ने मणिपुर में दोनों जातीय समुदायों को शीघ्र जोड़कर राज्य में शांति बहाल करने के निर्देश दिए। साथ ही राज्य में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार के पूर्ण समर्थन का भी आश्वासान दिया। राज्य में हर हाल में शांति बनाने के लिए मैतेई और कुकी समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की।